
झारखंड। राज्य में नक्सल विरोधी अभियान के तहत बड़ी सफलता हाथ लगी है। सुरक्षा बलों ने 10 लाख रुपये के इनामी नक्सली अमित हांसदा को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, अमित हांसदा को कुल छह गोलियां लगी थीं, जिनमें से तीन गोलियां सीने और पेट में लगीं, जबकि बाकी गोलियां हाथ और पैर में पाई गईं।
कौन था अमित हांसदा?
अमित हांसदा झारखंड के सबसे कुख्यात नक्सलियों में से एक माना जाता था। उसके सिर पर झारखंड पुलिस ने 10 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। वह लंबे समय से पुलिस के रडार पर था और झारखंड-बिहार सीमावर्ती इलाकों में कई नक्सली वारदातों का मास्टरमाइंड था।
मुठभेड़ कैसे हुई?
सुरक्षा बलों को खुफिया सूचना मिली थी कि हांसदा अपने साथियों के साथ जंगल क्षेत्र में सक्रिय है। पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इसी दौरान मुठभेड़ हुई, जिसमें हांसदा को गोली लगी। मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या मिला?
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया कि:
कुल 6 गोलियां हांसदा को लगी थीं।
3 गोलियां सीने और पेट में लगीं, जिससे उसकी मौत हुई।
बाकी गोलियां हाथ और पैर में लगी थीं।
मौत का कारण गोली लगने से अत्यधिक खून बहना बताया गया है।

नक्सली गतिविधियों पर बड़ा झटका

नक्सली गतिविधियों पर बड़ा झटका
अमित हांसदा की मौत को सुरक्षा एजेंसियां बड़ा झटका मान रही हैं। हांसदा कई नक्सली हमलों में शामिल था और उसकी मौत के बाद इस नेटवर्क को कमजोर करने में मदद मिलेगी।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
स्थानीय ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। उनका कहना है कि हांसदा और उसके गिरोह के कारण क्षेत्र में दहशत और जबरन वसूली का माहौल था।
सरकार का बयान
झारखंड पुलिस और गृह विभाग ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने तक अभियान जारी रहेगा।