
Deoghar : प्रातः उठते ही हथेली देख करे इस मंत्र का जाप, जीवन में होगा सकारात्मकता का संचार।
देवघर। हमारे पौराणिक दस्तावेजों को जीवन को सहज और सुखी रूप से चालान के लिए कुछ मौलिक तरीकों का उल्लेख किया गया है, जिनमें सुबह उठाकर क्या करें और क्या नहीं, प्रमुख रूप से देखे जा सकते हैं। माना जाता है कि सुबह की शुरुआत जैसी होती है आगे का दिन भी वैसे ही जाता है। इसलिए यह माना जाता है कि सुबह की शुरुआत हमेशा सकारात्मक और धार्मिक नियमों के तहत ही की जानी चाहिए।
शास्त्रीय मान्यता अनुसार सुबह उठकर व्यक्ति को सबसे पहले अपनी हथेली के दर्शन करने चाहिए, ऐसी मान्यता है कि मनुष्य की हथेली पर सृष्टि के रचनाकार ब्रह्म देव, धन-वैभव की देवी लक्ष्मी और बुद्धि दात्री सरस्वती का वायस होता है। सुबह उठते ही इनके दर्शन करना एक सुखी और संतोषजनक जीवन की गारंटी होता है। इन तीनों देवों का आशीर्वाद हमें प्राप्त होता है और जातक के जीवन में खुशियों का आगमन होता है और उसका परिवार भी उन्नति करता है।
कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती ।
करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम ॥
कराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र देवी लक्ष्मी, देवी सरस्वती और भगवान विष्णु की अभिव्यक्ति की दिव्य शक्तियों का आह्वान करता है। यह मंत्र उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो अपने पेशेवर जीवन में संघर्षों को दूर करना चाहते हैं।यह आपका ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है और आर्थिक रूप से अच्छा करने के आपके इरादे को मजबूत करता है। वित्तीय समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए, यह मंत्र आपको सकारात्मक रहने और बेहतर, सचेत निर्णय लेने में मदद कर सकता है।यह मंत्र सभी उम्र के छात्रों के लिए भी फायदेमंद है, फोकस में सुधार और बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए रोजाना इस मंत्र का जाप जरूर करें।