“GDP डेटा से सुबह उछला शेयर बाजार, लेकिन प्रॉफिट-बुकिंग ने गिराया Sensex–Nifty” S&P BSE Sensex और NSE Nifty 50 — दोनों ने आज शुरुआती ट्रेडिंग में रिकॉर्ड-ऊंचाई छुई, लेकिन दिन के अंत तक लाल निशान पर बंद हुए।
Sensex बंद हुआ 85,641.90 पर — लगभग 64.77 अंक (0.08%) नीचे।
Nifty 50 बंद हुआ 26,175.75 पर — लगभग 27.20 अंक (0.10%) नीचे।
हालांकि सुबह के प्रारंभ में, Sensex 86,000+ और Nifty 26,300+ तक गया था।क्यों हुआ यह उतार-चढ़ाव?
एक प्रमुख कारण है कि जानकारी आयी है कि Q2 में भारत की GDP ग्रोथ 8.2% रही — जिससे शुरुआत में सकारात्मक मार्केट मूड बना।
लेकिन बाद में, “प्रॉफिट-बुकिंग” शुरू हुई: निवेशकों ने तेजी से लाभ निकलना शुरू किया, खासकर मिड-डे के बाद।
साथ ही, कुछ सेक्टर्स — जैसे रियल्टी — दबाव में रहे, जबकि ऑटो और मेटल सेक्टर में कुछ मजबूती रही।
मुद्रा (रुपया) भी गिरावट में रही — रुपये का स्तर आज रिकॉर्ड-निम्न के करीब बताया गया है, जिससे विदेशी निवेशकों की प्रतिक्रिया मिली।
शुरुआत में उत्साह रहा, लेकिन कारोबारी दिन के अंत तक बाजार सामान्य (स्लाइट रेड) में लौट गया।
“Q2 GDP पर भरोसा, सुबह नया रिकॉर्ड — लेकिन प्रॉफिट-बुकिंग से लुढ़का बाजार: Sensex–Nifty 1 दिसंबर 2025”
“GDP ग्रोथ के उत्साह से खुला बाजार — लेकिन निवेशकों ने कमाई लेकर साफ किया पोजीशन, auto-metal ही संभाले बाज़ार”
भारत के शेयर बाजार ने 1 दिसंबर 2025 को उतार-चढ़ाव भरा दिन देखा। प्रारंभिक सत्र में, घरेलू इक्विटी सूचकांक — Sensex और Nifty 50 — दोनों ने नई ऊँचाइयाँ छूकर निवेशकों में उत्साह जगाया। लेकिन दिन के अंत तक जल्दबाज़ी में भाग लेने वाले निवेशकों ने लाभ लॉक करना शुरू कर दिया, जिससे अंत में बाजार लाल निशान पर बंद हुआ।
शुरुआती रैली — GDP से आया भरोसा
सुबह ट्रेडिंग शुरू होते ही, बाजार में तेजी का माहौल था। Sensex 86,000 अंक के पार गया जबकि Nifty 50 ने 26,300 अंक से ऊपर पलटकर शुरुआत की। यह रैली उस खबर पर आधारित थी कि देश की Q2 GDP ग्रोथ 8.2% रही — यह आंकड़ा उम्मीदों से बेहतर था और इससे अर्थव्यवस्था पर निवेशकों का भरोसा मजबूत हुआ।
कच्चे आंकड़ों में सुधार, उत्पादन और उपभोग में बढ़ोतरी, और त्योहारों व बढ़ती मांग की आशा ने मिलकर बाजार में तेजी का मूड बनाया। कई सेक्टरों में ताज़ा निवेश देखने को मिला।
प्रॉफिट-बुकिंग: रैली का दोपहर में पलटाव
लेकिन जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ा, निवेशकों ने जल्दी कमाई करना शुरू कर दी। शुरुआती लाभ लेने की होड़ ने बाजार को लाल में धकेल दिया।
Sensex दिन के अंत में गिरकर 85,641.90 पर बंद हुआ — लगभग 64.77 अंक नीचे। वहीं, Nifty 50 26,175.75 पर पहुंचा — लगभग 27.20 अंक की गिरावट के साथ।
विश्लेषकों का मानना है कि रैली के बाद प्रॉफिट-बुकिंग की शुरुआत और विदेशी निवेश (FII) की बेच — इनमें से कुछ बाहर निकलने की प्रतिक्रिया ने बाजार को दबाया।
सेक्टर-वार तस्वीर: ऑटो और मेटल ने संभाला बाज़ार, रियल्टी दबाव में
बाजार में हर क्षेत्र एक जैसा प्रभावित नहीं हुआ।
ऑटो सेक्टर और मेटल शेयरों में मजबूती रही।
दूसरी ओर, रियल्टी, उपभोक्ता सामान (consumer durables), फार्मा और रियल एस्टेट जैसे sectors दबाव में रहे।
इस मिश्रित माहौल ने निवेशकों को सतर्क कर दिया — कुछ हिस्सों में भरोसा, कुछ में प्रॉफिट-बुकिंग।
बाहरी कारक: रुपया, विदेशी निवेश और RBI के फैसले की उम्मीद
मुद्रा ने आज निवेशकों की चिंता बढ़ाई — रुपये ने रिकॉर्ड-निम्न स्तर देखा, जिससे विदेशी निवेशकों की बेचारी की प्रवृत्ति बढ़ी।
इसके अलावा, निकट भविष्य में Reserve Bank of India (RBI) की नीतिगत दर पर होने वाले फैसले की अनिश्चितता ने भी बाजार में संयम रखा।
विश्लेषकों का अनुमान है कि अगले कुछ सत्रों में बाजार उतार-चढ़ाव भरा रह सकता है, जब निवेशक नए आर्थिक संकेतकों और RBI की घोषणाओं का इंतजार करेंगे।
निवेशकों के लिए क्या महसूस हुआ — और आगे क्या देखना चाहिए
1. मध्यम-मियादी निवेशकों के लिए यह इससे संकेत मिलता है कि तेजी के बाद भी थोड़ी सतर्कता ज़रूरी है। रैली में तेजी आने पर भी, प्रॉफिट-बुकिंग की प्रवृत्ति से सावधान रहना चाहिए।
2. सेक्टर-चयन मायने रखता है: ऑटो और मेटल जैसे सेक्टर फिलहाल मजबूत दिखे, जबकि रियल्टी, रियल-एस्टेट और फार्मा में सुधार की गुंजाइश है लेकिन जोखिम भी।
3. नया डेटा व RBI की नीति पर नज़र: GDP, मुद्रास्फीति, विदेशी निवेश प्रवाह, मुद्रा विनिमय दर — इन संकेतकों पर ध्यान दें। आने वाले आर्थिक और मौद्रिक फैसले बाजार की दिशा तय करेंगे।