
श्रावणी मेला का 10 वां दिन हो गया बैधनाथ धाम देवघर और बासुकीनाथ धाम के बीच पर्यटक स्थल त्रिकुट पर्वत का मनोरम दृश्य देखने आ रहे कांवरियों को सरकार द्वारा मेला व्यवस्था का कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है
त्रिकुट पर्वत के नीचे 10, 12 सफाई कर्मी है एक सुपरवाइजर है लेकिन चार पहिया वाहन पार्किंग में काफी गन्दगी तथा बेरियर से लेकर मंदिर तक दोनो साइड दुकान लगा है और काफी गन्दगी हो गया है सफाई कर्मी 10 बजे आते हैं तबतक पार्किंग में गाड़ी भर जाता है
और साफ सफाई नही हो पाता है पार्किंग प्रबंधक शिव कुमार चौबे द्वारा छोटे छोटे दुकानदार गरीब गुरुओं से दुकान के नाम पर अवेध वसूली करते हैं विभाग को कई बार सूचित करने के बाद भी उनके ऊपर कोई कारवाई नही किया गया लोकल ओटो किराए पर 12 महीने त्रिकुट पर्वत पर्यटक को लाते हैं उनसे बिना टिकट का पैसा लेकर सालाना लाखों का गबन शिव कुमार चौबे द्वारा किया जाता है
त्रिकुट पर्वत में वर्षो से त्रिकुट में जमे मेनेजर शिव कुमार चौबे विभाग एवम पुलिस प्रशासन की मिली भगत से यहां के गरीब गुरुओं को कमाने खाने नही दे रहे हैं त्रिकुट पहाड पर आश्रित 8,10 गांव का रोजी रोटी चलता है जब से त्रिकुट पर्वत में रोपवे लगा तब से यहां के युवाओं का पलायन बंद हो गया था
10 अप्रैल 2022 को रोपवे हादसा होने के बाद फिर से 8,10 गांवों का रोजी रोटी पर आफत आ गया श्रावणी मेला में यात्री त्रिकुट पहाड पर घूमने के लिए आते हैं उनके सुविधा को लेकर यहां के ग्रामीणों द्वारा कांवरियों को सेवा करते हैं लेकिन पार्किंग मेनेजर द्वारा हर रोज नया नया नियम लगाकर परेशान किया जाता है
हर रोज प्रत्येक व्यक्ति जो खीरा, फल, पानी, झलमुढ़ी, मकईआदी बेचते हैं उनसे प्रति व्यक्ति 60 रुपए वसूली करते हैं नही देने पर पार्किंग से जबरन निकाल देने की धमकी देते हैं कहते हैं
पुलिस से उठवा देंगे भाकपा माले जिला कमिटी देवघर अखबार के माध्यम से सरकार से मांग करते हैं कि बेरोजगार लोगों को शांति पूर्वक त्रिकुट पर्वत में कमाने खाने दिया जाय तथा वारसों से जमे पदाधिकारियों को टिकट पहाड़ से हटाया जाय।