
Deoghar: मुफस्सिल लिपिक मोर्चा का12वें दिन हड़ताल जारी सरकार बेख़बर
देवघर-झारखंड राज्य मुफस्सिल लिपिक मोर्चा के बैनर तले जिला इकाई देवघर के सभी लिपिकों द्वारा अपने मांगो को लेकर बुधवार 12वें दिन भी मौसम खराब रहने के बावजूद भी हड़ताल पर डटे रहे।वर्तमान में राज्य सरकार के द्वारा इनके हड़ताल पर किसी प्रकार का कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है।मौके पर अपने मागों को रखते हुए कहा गया कि सभी लिपिकों को नियुक्ति तिथि से 2400 ग्रेड वेतन,लिपिकों का सेवा शर्त एवं प्रोन्नति नियमावली हो।
मालूम हो वर्ष 2004 के पूर्व लिपिकों का वेतनमान अपुनरीक्षित1200 से 1800 तथा पुनरीक्षित वेतनमान 4000-100-6000 था,जिसे 3050-4590 कर दिया गया,पर पदों का सृजन आज तक नहीं किया गया।
3050-4590 शिक्षकों के लिए अप्रशिक्षित वेतनमान था,जो 6ठे वेतनमान में 1900 ग्रेड पे हो गया,जो लिपिक संवर्ग को भुगतान किया जा रहा है,जिसे लिपिक संघ के द्वारा स्वीकार नहीं किया जा रहा है और लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
4000-6000 का 6ठे पुनरीक्षित वेतनमान में ग्रेड पे 2400 है,और इस मांग को पूर्ण करने के लिए राज्य सरकार के विरुद्ध पूरे प्रदेश में 12 अगस्त 2024 से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर सभी लिपिक चले गए है।
इस मौके पर करीब 50 की संख्या में लिपिक हड़ताल स्थल पर मौजूद थे। जिनमें मुख्य रूप से श्री संतोष कुमार दास प्रमंडलीय सचिव,श्री प्रकाश कुमार, जिला संयोजक, श्री गौतम कुमार राय प्रदेश उपाध्यक्ष, श्री कुमोद कु0 रंजन प्रदेश उपाध्यक्ष, श्री मनोज कुमार दास, श्री नवलेश कुमार, श्री राहुल कुमार, श्री गौतम आनंद, श्री साकेत कुमार, श्री अखिलेश कुमार, श्री हेमन्त कुमार, श्री सुजीत कुमार, श्री शाहिल रियान पौल, श्री प्रेमचंद मुर्मू, श्री शैलेश भरद्वाज, श्री निर्मल कुमार, श्री संतोष कुमार पासवान, श्रीमती संचिता मिश्रा, श्रीमती नीलम कुमारी , जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय से श्री कुमार गौरव, श्री संजीव कुमार मंडल, श्री वरुण कुमार, श्री तरुण कांत झा, जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय से श्री धर्मेंद्र कुमार चौधरी, अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय से श्री अभिषेक मिश्रा, मीडिया प्रभारी श्री ओम जय मुख्य रूप से उपस्थित थे।
मौके पर संघीय पदाधिकारी ने कहा कि
हमलोगों के जायज मांग पर सरकार के द्वारा किसी प्रकार का कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।जिससे लिपिकों के बीच काफी आक्रोश व्याप्त है।वहीं प्रदेश उपाध्यक्ष गौतम कुमार राय ने कहा कि वर्ष 2004 से ही राज्य सरकार के द्वारा लिपिकों को वेतनमान के नाम पर छला जा रहा है, न्यून वेतनमान 1900 ग्रेड से इस महंगाई में काफी आर्थिक स्थिति का सामना करना पड़ता है।सरकार को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।