
Deoghar: मानदेय भुगतान और प्रोत्साहन राशि की मांग को लेकर कृषक मित्र अनिश्चितकालीन हड़ताल पर।
देवघर। कृषक मित्र महासंघ ने अपनी लंबित मांगों को लेकर एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। लंबे समय से प्रोत्साहन राशि और मानदेय की मांग कर रहे कृषक मित्र अब आंदोलन के रास्ते पर उतर आए हैं। गुरुवार को महासंघ के प्रखंड अध्यक्ष गणेश सिंह के नेतृत्व में कृषक मित्रों ने बीडीओ को एक औपचारिक आवेदन सौंपकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की सूचना दी।
प्रखंड अध्यक्ष गणेश सिंह ने बताया कि राज्यभर के कृषक मित्र पिछले लगभग 15 वर्षों से कृषि विभाग के विभिन्न योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने किसानों को तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराई है, फसल बीमा, मिट्टी परीक्षण, बीज वितरण जैसी योजनाओं को ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाया है। बावजूद इसके, उन्हें न तो स्थायी रोजगार का दर्जा मिला है और न ही उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए पर्याप्त मानदेय दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से महज 1000 रुपये प्रतिमाह प्रोत्साहन राशि दी जा रही है, जो मौजूदा महंगाई के दौर में अत्यंत हास्यास्पद है। इतना ही नहीं, एक साल से भी अधिक समय की प्रोत्साहन राशि अभी तक बकाया है, जिसका भुगतान नहीं हुआ है। कृषक मित्रों को कई बार सरकार की ओर से आश्वासन मिला कि उन्हें 2000 रुपये प्रतिमाह की दर से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी, यह प्रस्ताव कैबिनेट से पारित भी हो चुका है। लेकिन धरातल पर अभी तक इस पर अमल नहीं हुआ है।
प्रखंड अध्यक्ष ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। इस हड़ताल से कृषि विभाग की कई योजनाएं प्रभावित हो सकती हैं, क्योंकि कृषक मित्र ही ग्रामीण स्तर पर इन योजनाओं के क्रियान्वयन में प्रमुख भूमिका निभाते हैं।
कृषक मित्रों ने सरकार से अपील की है कि जल्द से जल्द उनकी मांगों पर सकारात्मक निर्णय लिया जाए, ताकि वे फिर से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें। अन्यथा आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है।
इस हड़ताल से राज्य सरकार के कृषि कार्यक्रमों पर असर पड़ने की पूरी संभावना है, और यदि समय रहते समाधान नहीं निकला तो यह मामला बड़ा जन आंदोलन बन सकता है।