
रांची। झारखंड की राजधानी रांची से करीब 40 किलोमीटर दूर स्थित बेड़ो थाना इलाके में रविवार को उस वक्त माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब लगभग 250 से अधिक ग्रामीणों ने थाना परिसर में घुसकर जमकर हंगामा, पथराव और पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की की। देखते ही देखते स्थिति बिगड़ गई और थाना परिसर में अफरा-तफरी मच गई।
घटना के बाद पुलिस बल की अतिरिक्त टुकड़ियां मौके पर बुलाई गईं और स्थिति को काबू में किया गया। मामले को लेकर पूरे क्षेत्र में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
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📌 क्या है पूरा मामला?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शनिवार रात बेड़ो थाना क्षेत्र के एक गांव में एक युवक की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई थी। परिजनों का आरोप था कि पुलिस ने उसे थाने में बर्बरता से पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई। इसी बात को लेकर रविवार सुबह आक्रोशित ग्रामीण बड़ी संख्या में बेड़ो थाना पहुंचे।
ग्रामीणों ने पहले थाना परिसर के बाहर नारेबाज़ी की, लेकिन कुछ देर में भीड़ बेकाबू हो गई और थाने के भीतर घुसकर तोड़फोड़ शुरू कर दी। इस दौरान पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल भी हो गए हैं, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
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👮 पुलिस की कार्रवाई और जवाब
थाना प्रभारी का कहना है कि मृत युवक पुलिस हिरासत में नहीं था, और उसकी मौत का कारण स्वाभाविक या स्वास्थ्य से जुड़ा हो सकता है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
घटना के बाद मौके पर एसडीओ, डीएसपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।
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👁️🗨️ स्थानीय लोगों का आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस आए दिन निर्दोष युवकों को परेशान करती है और थाने में पूछताछ के नाम पर उनके साथ बुरा बर्ताव किया जाता है। मृतक के परिजनों का कहना है कि युवक को पुलिस उठा कर ले गई थी और अगले दिन उसकी मौत की खबर मिली।
ग्रामीणों ने निष्पक्ष जांच की मांग की है और कहा है कि यदि दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन और तेज होगा।
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⚖️ जांच के आदेश और आगे की कार्रवाई
रांची ज़िला प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। जांच के आदेश दे दिए गए हैं और पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति और स्पष्ट होगी।
पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने, पथराव और तोड़फोड़ के आरोप में एफआईआर दर्ज कर ली है। कुछ संदिग्धों की पहचान की जा रही है।
बेड़ो थाना में हुई इस घटना ने एक बार फिर से पुलिस और जनता के बीच की दूरी और अविश्वास को उजागर कर दिया है। जहां एक ओर पुलिस अपनी सफाई दे रही है, वहीं ग्रामीणों का गुस्सा किसी गहरे तनाव की ओर इशारा करता है। आने वाले दिनों में प्रशासन की ओर से की गई कार्रवाई यह तय करेगी कि मामला शांत होगा या और भड़क सकता है।