
Deoghar: श्रावणी मेले की तैयारी में जुटा बिजली विभाग: बदले जाएंगे जर्जर तार, लगाए जाएंगे स्मार्ट मीटर।
देवघर। देवों की नगरी देवघर में होने वाले श्रावणी मेले की तैयारियां जोरों पर हैं। हर साल लाखों श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ धाम में जलाभिषेक के लिए आते हैं, और इस विशाल मेले को देखते हुए बिजली विभाग ने भी अपनी कमर कस ली है। इस बार श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विभाग ने बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया है।
🔹 हटाए जाएंगे नंगे और जर्जर तार
बिजली विभाग ने सबसे पहले उन इलाकों की पहचान की है जहां पुराने, जर्जर या नंगे तार अभी भी उपयोग में हैं। विभाग का कहना है कि श्रावणी मेले के दौरान लाखों की भीड़ उमड़ती है और ऐसे में करंट या शॉर्ट सर्किट जैसी घटनाओं का खतरा बना रहता है। इसलिए इन सभी जर्जर तारों को नई और सुरक्षित तारों से बदला जाएगा। खासकर मेला मार्ग, टावर चौक, मंदिर परिसर, कन्वर्जेंस रूट और मुख्य कैंप इलाकों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
🔹 लगाए जाएंगे स्मार्ट मीटर
मेले के दौरान बिजली की खपत और निगरानी को बेहतर करने के लिए इस बार कई स्थानों पर स्मार्ट मीटर भी लगाए जाएंगे। स्मार्ट मीटर से न सिर्फ रीयल-टाइम डेटा मिलेगा, बल्कि किसी भी प्रकार की बिजली चोरी या तकनीकी खराबी की तुरंत पहचान भी की जा सकेगी। इससे बिजली वितरण और बिलिंग प्रणाली में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ेगी।
🔹 मोबाइल सबस्टेशन और बैकअप व्यवस्था
बिजली विभाग ने यह भी तय किया है कि मेला क्षेत्र में मोबाइल सबस्टेशन और जनरेटर बैकअप की भी व्यवस्था की जाएगी ताकि किसी भी आपात स्थिति में बिजली आपूर्ति बाधित न हो। इसके अलावा कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन नंबर भी मेले के दौरान सक्रिय रहेंगे।
🔹 विभागीय अधिकारियों की सक्रियता
बिजली विभाग के इंजीनियरों और अधिकारियों की टीम लगातार साइट निरीक्षण कर रही है और कार्यों की निगरानी कर रही है। विभाग का लक्ष्य है कि 30 जून से पहले सभी जरूरी काम पूरे कर लिए जाएं, ताकि 1 जुलाई से शुरू हो रहे श्रावणी मेला में श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।
देवघर में आयोजित होने वाला श्रावणी मेला न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि प्रशासनिक व्यवस्था की परीक्षा भी होती है। इस बार बिजली विभाग की तैयारी दिखा रही है कि सरकार श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को लेकर पूरी तरह गंभीर है। उम्मीद है कि इन प्रयासों से इस बार का श्रावणी मेला और भी सुरक्षित, व्यवस्थित और तकनीकी रूप से सशक्त होगा।