
मानसून सत्र 21 जुलाई से 12 अगस्त तक: अहम बिलों पर होगी चर्चा, केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने दी जानकारी।
नई दिल्ली। देश की संसद का मानसून सत्र इस वर्ष 21 जुलाई से शुरू होकर 12 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान कई महत्वपूर्ण विधेयकों को पेश किया जाएगा और देश की नीतियों से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। इस संबंध में जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि सरकार इस सत्र को बेहद अहम मान रही है और इसकी तैयारी जोरों पर है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मानसून सत्र के दौरान कुछ नए विधेयकों के साथ-साथ पुराने लंबित विधेयकों पर भी चर्चा की जाएगी। सरकार की कोशिश है कि अधिक से अधिक कामकाज हो और देशहित से जुड़े कानूनों को पारित किया जा सके। संसद के दोनों सदनों में विपक्ष और सत्तारूढ़ दलों के बीच विचारों का आदान-प्रदान भी देखने को मिलेगा।
सूत्रों के मुताबिक, इस बार के सत्र में न्यायिक सुधार, शिक्षा नीति, साइबर सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण, और कृषि क्षेत्र से जुड़े विधेयकों को भी पेश किया जा सकता है। इसके अलावा, सरकार कुछ आर्थिक सुधारों से संबंधित विधेयकों को भी प्राथमिकता दे सकती है।
रिजिजू ने यह भी कहा कि सरकार चाहती है कि यह सत्र सुचारू रूप से चले और इसमें किसी प्रकार का व्यवधान न हो। उन्होंने सभी दलों से सकारात्मक सहयोग की अपील की, ताकि लोकतंत्र की गरिमा बनी रहे और देश के लिए बेहतर नीतियों को मंजूरी दी जा सके।
वहीं, विपक्ष की ओर से भी संकेत दिए गए हैं कि वे इस सत्र में महंगाई, बेरोजगारी, किसान समस्याओं और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगेंगे। इससे संसद में कई बार गरमागरम बहस होने की संभावना जताई जा रही है।
इस मानसून सत्र को लेकर राजनीतिक हलकों में उत्सुकता का माहौल है और देश की नजरें संसद में होने वाली अहम चर्चाओं और फैसलों पर टिकी हैं।