
Silver Rate: चांदी बनी निवेश की ‘सुपरस्टार’! कीमतों में ऐतिहासिक उछाल, अब क्या करें आप?
मौजूदा वैश्विक बाजार परिस्थितियों के बीच कीमती धातुओं की चमक बढ़ती ही जा रही है, और इसका सबसे बड़ा उदाहरण चांदी है। चांदी की कीमतों ने एक बार फिर नया रिकॉर्ड बना दिया है, जिससे निवेशकों और कारोबारियों के बीच भारी उत्साह देखने को मिल रहा है।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में आर्थिक अनिश्चितता, डॉलर की कमजोरी, और मांग में बढ़ोतरी जैसे कारणों से चांदी की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखा गया है। इन मजबूत वैश्विक संकेतों का सीधा असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा है, जहां चांदी की कीमतें इतिहास की सबसे ऊंची स्तर पर पहुंच चुकी हैं।
इस समय चांदी की कीमत प्रति किलोग्राम 95,000 रुपये के पार निकल गई है, जो अब तक की सबसे अधिक दर मानी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि जैसे-जैसे भू-राजनीतिक तनाव और आर्थिक अनिश्चितता बढ़ रही है, लोग गोल्ड और सिल्वर जैसे सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं।
विश्लेषकों के अनुसार, इलेक्ट्रॉनिक्स और इंडस्ट्रियल सेक्टर में चांदी की मांग में भी तेजी आई है, खासकर ग्रीन एनर्जी और सोलर प्रोजेक्ट्स में इसके उपयोग के कारण। इससे मांग और आपूर्ति के बीच असंतुलन बना हुआ है, जो कीमतों में उछाल का प्रमुख कारण बन रहा है।
निवेशकों और ज्वेलर्स के बीच चांदी को लेकर सकारात्मक माहौल बना हुआ है। कई लोग इसे लंबी अवधि के लिए एक सुरक्षित और लाभदायक निवेश विकल्प के तौर पर देख रहे हैं।