
Dhanbad News: “दामोदर को भी मिले गंगा जैसी पवित्रता”: राज्यपाल का आह्वान – जनभागीदारी से ही संभव है स्वच्छता अभियान।
धनबाद। झारखंड की जीवनदायिनी कही जाने वाली दामोदर नदी की सफाई और संरक्षण को लेकर अब एक नई उम्मीद जगी है। राज्यपाल ने स्पष्ट संदेश देते हुए कहा है कि जिस तरह ‘नमामि गंगे’ अभियान से गंगा की सफाई संभव हो पाई, ठीक उसी तरह दामोदर नदी को भी पवित्र और स्वच्छ बनाना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने दामोदर को स्वच्छ बनाने के लिए जनसहभागिता को सबसे अहम बताया।
राज्यपाल ने यह बात एक स्वच्छता अभियान कार्यक्रम के दौरान कही, जहाँ उन्होंने सभी जिलों के प्रशासन और आम जनता से अपील की कि हर स्तर पर प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया जाए और सभी क्षेत्रों को ‘नो प्लास्टिक जोन’ में तब्दील किया जाए। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक के बढ़ते प्रयोग और औद्योगिक कचरे की वजह से दामोदर नदी प्रदूषण की गंभीर स्थिति में पहुंच चुकी है।
राज्यपाल ने यह भी कहा कि केवल सरकार या प्रशासन के प्रयासों से यह काम नहीं हो सकता, जब तक कि आम लोग इस अभियान को अपने दिल से न अपनाएं। उन्होंने विशेषकर युवाओं, सामाजिक संगठनों और स्कूल-कॉलेजों को इस अभियान से जुड़ने का आह्वान किया।
दामोदर नदी, जो झारखंड और पश्चिम बंगाल के लाखों लोगों की जीवनरेखा मानी जाती है, आज औद्योगिक अपशिष्ट, प्लास्टिक और घरेलू कचरे की वजह से बुरी तरह प्रदूषित हो चुकी है। यदि समय रहते इसे नहीं रोका गया, तो आने वाले समय में यह नदी भी मृतप्राय स्थिति में पहुंच सकती है।
राज्यपाल के इस संदेश को जनता और स्थानीय प्रशासन ने सकारात्मक रूप से लिया है और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही दामोदर नदी की सफाई के लिए एक संगठित जनआंदोलन खड़ा होगा।