
Ranchi: भगवान बिरसा मुंडा की 125वीं पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दी श्रद्धांजलि, व समाधि स्थल पर किया माल्यार्पण।
रांची। झारखंड के आदिवासी गौरव भगवान बिरसा मुंडा की 125वीं पुण्यतिथि के अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सोमवार सुबह मुख्यमंत्री रांची के कोकर स्थित बिरसा मुंडा समाधि स्थल पहुंचे और वहां उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। इस अवसर पर उन्होंने वीर शहीद के योगदान को याद करते हुए उन्हें झारखंड का प्रेरणा स्रोत बताया।
सीएम ने कहा – बिरसा मुंडा का जीवन संघर्ष आज भी हमें प्रेरित करता है
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिरसा मुंडा न केवल एक योद्धा थे, बल्कि वे समाज के उत्थान और आदिवासी अस्मिता की रक्षा के लिए संघर्षरत एक महान विचारक भी थे। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ ऐतिहासिक आंदोलन छेड़ा और जल, जंगल, जमीन की रक्षा के लिए अपने प्राण तक न्योछावर कर दिए।
“आज का दिन हमें उनके बताए रास्ते पर चलने और समाज में न्याय, समानता और आत्म-सम्मान की भावना बनाए रखने का संकल्प लेने का दिन है,” – हेमंत सोरेन ने श्रद्धांजलि सभा के दौरान कहा।
राजकीय सम्मान के साथ हुआ श्रद्धांजलि समारोह
बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और सरकारी अधिकारी उपस्थित रहे। समाधि स्थल को फूलों से सजाया गया और वहां विशेष कार्यक्रम का आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री ने समाधि स्थल पर मौन रखकर वीर शहीद को श्रद्धांजलि दी।
झारखंड में बिरसा मुंडा का गौरवपूर्ण स्थान
भगवान बिरसा मुंडा को झारखंड में जननायक और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के रूप में पूजा जाता है। उन्होंने ब्रिटिश शासन की नीतियों के खिलाफ ‘उलगुलान’ नामक आंदोलन शुरू किया था। झारखंड राज्य गठन में भी उनके योगदान को ऐतिहासिक माना जाता है।
125वीं पुण्यतिथि पर यह आयोजन न केवल एक श्रद्धांजलि है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए यह संदेश भी है कि बिरसा मुंडा जैसा साहसी नेतृत्व हमेशा प्रेरणा का स्रोत रहेगा।