
Chattisgarh Train accident: मालगाड़ी ने ली दो मजदूरों की जान: छत्तीसगढ़ में पटरी पर सोए थकान से चूर युवक, झारखंड के दोनों मजदूर।
छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले से एक दर्दनाक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां झारखंड से आए चार मजदूर, जो दिनभर की मेहनत के बाद बेहद थक चुके थे, रेल की पटरी के किनारे ही सो गए। दुर्भाग्यवश, रात में आई एक तेज रफ्तार मालगाड़ी ने दो मजदूरों को कुचल दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
कौन थे ये मजदूर?
जानकारी के अनुसार, चारों युवक झारखंड के निवासी थे और बालोद जिले में मजदूरी के सिलसिले में आए हुए थे। दिनभर की कड़ी मेहनत और गर्मी से बेहाल इन मजदूरों ने आराम के लिए पटरी के पास ही जगह बना ली। उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि ये आराम उनकी जिंदगी की आखिरी नींद बन जाएगी।
अधिकारियों ने क्या कहा?
रेलवे और स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। अधिकारियों ने बताया कि ये एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा है। मजदूरों ने जिस जगह पर विश्राम किया, वह एक सक्रिय रेलवे ट्रैक था, जहां मालगाड़ियां गुजरती रहती हैं। हादसे की जानकारी मिलते ही घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
सवालों के घेरे में सिस्टम
इस हादसे ने एक बार फिर मजदूरों की सुरक्षा और उन्हें मिलने वाली बुनियादी सुविधाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर क्यों मजदूरों को ऐसी हालत में रहना पड़ता है जहां उनकी जान भी सुरक्षित नहीं होती? क्या प्रशासन मजदूरों के लिए पर्याप्त विश्राम स्थल या आश्रय केंद्र उपलब्ध करा पा रहा है?
संवेदनाएं और अगला कदम
हादसे के बाद स्थानीय लोगों और प्रशासन ने गहरा शोक व्यक्त किया है। मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और घटना की जांच भी जारी है।
यह हादसा न सिर्फ दो जिंदगियों का अंत है, बल्कि मजदूर वर्ग की असुरक्षित और संघर्षपूर्ण जिंदगी का एक कटु चित्र भी प्रस्तुत करता है।