
Iran Israel War: ईरान-इज़राइल तनाव पर अमेरिका का बड़ा एक्शन: तीन परमाणु केंद्र तबाह, पीएम मोदी ने की ईरानी राष्ट्रपति से बातचीत।
पश्चिम एशिया में लगातार बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने रविवार तड़के ईरान पर बड़ा हमला किया। ‘अमेरिकन स्टील्थ बॉम्बर’ विमानों ने 30,000 पाउंड वजनी ‘बंकर-बस्टर बम’ का इस्तेमाल करते हुए ईरान के तीन भूमिगत परमाणु केंद्रों को निशाना बनाया। इस हमले में सभी ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचा है।
जानकारी के अनुसार, ये परमाणु केंद्र भूमिगत सुरक्षा कवच के तहत बनाए गए थे, लेकिन बंकर-बस्टर बमों की मार से वे पूरी तरह ध्वस्त हो गए। अमेरिकी रक्षा अधिकारियों ने दावा किया है कि यह कार्रवाई ईरान की परमाणु क्षमता को सीमित करने के उद्देश्य से की गई है।
इस सैन्य कार्रवाई के बाद विश्वभर में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कई देशों ने इस पर चिंता जताई है और इसे क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा बताया है। संयुक्त राष्ट्र समेत कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
इस घटनाक्रम के बीच भारत ने भी कूटनीतिक सक्रियता दिखाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ईरान के राष्ट्रपति से फोन पर बातचीत की। सूत्रों के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और तनाव कम करने को लेकर विस्तार से चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत में कहा कि भारत हमेशा से शांति और संवाद का पक्षधर रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी पक्ष संयम बरतें और कूटनीतिक रास्ते से समाधान निकालने की दिशा में आगे बढ़ें। भारत सरकार का कहना है कि वह पश्चिम एशिया में शांति बहाल करने के लिए हरसंभव प्रयास करेगा।
उधर, ईरान की ओर से अमेरिकी हमले को लेकर फिलहाल कोई औपचारिक बयान नहीं आया है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान की प्रतिक्रिया जल्द सामने आ सकती है और इससे हालात और बिगड़ने की आशंका है।
अमेरिकी कार्रवाई से वैश्विक ऊर्जा बाजार, तेल की कीमतें और अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर भी असर पड़ सकता है। भारत सहित कई देशों की अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव को लेकर चिंता जताई जा रही है।