
कोडरमा में बारिश के साथ बढ़ा सर्पदंश का खतरा: 2025 में अब तक 13 मामले, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में।
Kodrama: कोडरमा जिले में बारिश के मौसम में सर्पदंश के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। जिला चारों ओर से जंगलों और पहाड़ों से घिरा होने के कारण यहां विभिन्न प्रजातियों के सांप पाए जाते हैं।
बारिश के दौरान सांप के बिल में पानी भर जाने से वे बाहर निकल आते हैं। ये सांप आश्रय की तलाश में अक्सर घरों में प्रवेश कर जाते हैं। वे बाइक या कार के नीचे बने छोटे स्थानों में छिप जाते हैं।
इस साल अब तक 13 मामले सामने आए
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, कोडरमा में 2024 में सर्पदंश के 48 मामले दर्ज किए गए। वहीं, 2025 में अब तक 13 मामले सामने आए हैं। कई मामले ऐसे भी हैं, जो सदर अस्पताल तक नहीं पहुंच पाते।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी स्वास्थ्य केंद्रों में एंटी वेनम की व्यवस्था कर दी है। जो मरीज समय पर अस्पताल पहुंचते हैं, उनकी जान बच जाती है। लेकिन देरी से पहुंचने वाले मरीजों की मृत्यु भी हो जाती है।
इधर, लगातार बढ़ते सर्पदंश के मामले को लेकर सदर अस्पताल कोडरमा के उपाधीक्षक डॉ. रंजीत कुमार ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस साल सर्पदंश के मामलों में काफी गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि इसका मुख्य कारण लोगों में जागरूकता आना है। उन्होंने कहा कि हर सांप जहरीला नहीं होता है। कई बार लोग सर्पदंश होते ही भयभीत हो जाते हैं और डर के कारण उनकी जान चली जाती है।
वहीं, उन्होंने बताया कि सांप के काटने के बाद कुछ लोग अस्पताल आने की बजाय झाड़फूंक करवाने चले जाते हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि सर्पदंश का एक मात्र उपाय एन्टी वेनॉम वैक्सीन है। जब भी कोई सर्पदंश का शिकार होते हैं तो वे सबसे पहले स्नेक बाईट के ऊपरी हिस्से को किसी पतली रस्सी या कपड़े से जोर से बांध दें और उसके बाद जितनी जल्दी हो सके स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र चले जाएं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में एन्टी वेनॉम वैक्सीन उपलब्ध है।