
IPS पराग जैन बने रॉ के नए चीफ: जानिए कौन हैं भारत की सबसे बड़ी खुफिया एजेंसी के ये तेजतर्रार और अनुभवी अफसर।
नई दिल्ली। भारत की शीर्ष खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (R&AW) को अब एक नया मुखिया मिल गया है। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी पराग जैन को रॉ का नया प्रमुख नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति देश की सुरक्षा व्यवस्था और रणनीतिक खुफिया अभियानों के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
कौन हैं पराग जैन?
पराग जैन 1991 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारी हैं। वे मूल रूप से मध्य प्रदेश कैडर से हैं, लेकिन उनका कार्यकाल राष्ट्रीय स्तर पर कई अहम पदों पर रहा है। उन्होंने अपने करियर में आतंकवाद, सीमा सुरक्षा, साइबर इंटेलिजेंस, काउंटर इंटेलिजेंस और विदेशी खुफिया नेटवर्किंग जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
रॉ में शामिल होने से पहले उन्होंने IB (इंटेलिजेंस ब्यूरो) में भी लंबे समय तक सेवा दी थी। जैन की छवि एक शांत, सतर्क लेकिन बेहद रणनीतिक सोच रखने वाले अफसर के तौर पर जानी जाती है।
क्यों है इनकी नियुक्ति अहम?
रॉ का काम देश की बाहरी खुफिया जानकारी इकट्ठा करना और विदेशों में भारत के हितों की रक्षा करना है। मौजूदा वैश्विक हालात, चीन-पाकिस्तान के साथ सीमा विवाद, अफगानिस्तान की स्थिति, पश्चिम एशिया की अस्थिरता और साइबर सुरक्षा के खतरों को देखते हुए रॉ की भूमिका पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है। ऐसे में पराग जैन जैसे अनुभवी अफसर की नियुक्ति को रणनीतिक दृष्टि से बेहद अहम माना जा रहा है।
सख्त, मगर स्मार्ट ऑपरेटर
पराग जैन को एक ऐसा अफसर माना जाता है जो “low-profile, high-impact” काम में विश्वास रखते हैं। वे हमेशा पर्दे के पीछे रहकर बड़ी रणनीतिक योजनाओं को अंजाम देने के लिए जाने जाते हैं। उनके नेतृत्व में रॉ से यह अपेक्षा की जा रही है कि वह आने वाले वर्षों में विदेशों में भारत की रणनीतिक मौजूदगी को और मज़बूती देगा।
राष्ट्रीय सुरक्षा में नया अध्याय
उनकी नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भारत को आंतरिक और बाहरी सुरक्षा दोनों मोर्चों पर एक मजबूत और बुद्धिमान नेतृत्व की ज़रूरत है। विशेषज्ञों का मानना है कि पराग जैन के नेतृत्व में रॉ और अधिक सक्षम, तकनीकी रूप से उन्नत और परिणामोन्मुखी एजेंसी बनेगी।
पराग जैन की नियुक्ति सिर्फ एक प्रशासनिक बदलाव नहीं, बल्कि भारत की खुफिया रणनीति को एक नई दिशा और धार देने की तैयारी है। उनका अनुभव और दृष्टिकोण निश्चित रूप से रॉ को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करेगा।