
Palamu: पलामू में शादी के 20 दिन बाद नई नवेली दुल्हन फरार,लाखों की नकदी और जेवरात लेकर रची ठगी की साजिश, दूल्हा पहुंचा थाने।
पलामू। पलामू जिला इन दिनों एक अजीबो-गरीब और चौंकाने वाले मामले को लेकर चर्चा में है। यहां शादी के महज 20 दिन बाद ही एक नवविवाहिता लाखों रुपये नकद और कीमती जेवरात लेकर फरार हो गई। इस घटना ने जिले के मेदिनीनगर टाउन क्षेत्र को सनसनी के केंद्र में ला दिया है।
पुणे से पलामू पहुंचे थे दूल्हा-दुल्हन, अब थाने तक मामला पहुंचा
मिली जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र के पुणे निवासी गणेश्वर, जो पेशे से जेवर कारीगर हैं, पलामू के मेदिनीनगर में एक सर्राफा व्यवसायी के यहां सोने-चांदी के गहनों की कारीगरी का काम करते हैं। करीब 20 दिन पहले उनकी शादी महाराष्ट्र के लातूर की एक युवती से धूमधाम से की गई थी। परिवार और दोस्तों के बीच खुशी का माहौल था, लेकिन यह खुशी ज्यादा दिन टिक नहीं पाई।
शादी के 21वें दिन ही नवविवाहिता अपने पति के घर से लाखों की नकदी और जेवरात लेकर अचानक फरार हो गई। जब घरवालों को इसकी जानकारी हुई, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।
लाखों के गहने, 90 हजार नकद और भरोसा तोड़ गई दुल्हन
गणेश्वर ने मेदिनीनगर थाने में दर्ज एफआईआर में बताया कि उनकी पत्नी सोने के गहनों और करीब 90,000 रुपये नकद लेकर भागी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक कुल चोरी गई संपत्ति की कीमत लाखों में आंकी जा रही है।
इस धोखाधड़ी से पीड़ित दूल्हा और उसके परिवार की हालत बेहद खराब है। उन्होंने इस घटना को पूरी तरह साजिश के तहत रची गई शादी बताया है। उन्होंने पुलिस से मांग की है कि जल्द से जल्द दुल्हन को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाए।
पुलिस जांच में जुटी, शक की सुई गिरोह पर
पलामू पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए फौरन जांच शुरू कर दी है। पुलिस को शक है कि यह मामला शादी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह से जुड़ा हो सकता है, जो विशेष रूप से अकेले रह रहे कामकाजी युवकों को निशाना बनाकर पहले विश्वास जीतते हैं, फिर शादी कर आर्थिक नुकसान पहुंचाते हैं।
जांच में यह भी देखा जा रहा है कि लातूर की युवती की पृष्ठभूमि क्या रही है और वह शादी से पहले किन लोगों के संपर्क में थी।
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
झारखंड और बिहार के कई जिलों में फर्जी शादी कर ठगी के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। कई बार गिरोह लड़कियों को शादी के लिए तैयार करता है और फिर वे शादी के बाद फरार हो जाती हैं, जिससे पीड़ित परिवार को न सिर्फ आर्थिक नुकसान होता है, बल्कि समाज में शर्मिंदगी भी उठानी पड़ती है।
पलामू में हुई इस घटना ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि शादी जैसे पवित्र रिश्ते को अब अपराधी भी ठगी का ज़रिया बना रहे हैं। जरूरत है सतर्कता की और सामाजिक स्तर पर ऐसे मामलों को लेकर जागरूकता की। वहीं, पुलिस पर भी जिम्मेदारी है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच करते हुए दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ कर सजा दिलाए।