
देवघर पहुंचे बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री बाबा मंदिर में की पूजा अर्चना।
देवघर कॉलेज मैदान में हर हर महादेव के नारे और लोगों ने जोश के साथ कहा जय बाबा बागेश्वर।
देवघर में आयोजित संत सम्मेलन को लेकर बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री बाबा मंदिर पूजा अर्चना करने के लिए पहुंचे,
जहां पर उन्हें पूरी चाक चौबंद व्यवस्था के साथ प्रशासनिक घेरे में बाबा मंदिर के फिल पाया से प्रवेश कर बाबा मंदिर के गर्भगृह में बाबा की पांचों उपचार पूजा कराया गया,
इस दौरान धीरेंद्र शास्त्री के तीर्थ पुरोहित ब्रह्मा विष्णु महेश के द्वारा विधिवत संकल्प कराया गया।
इसके बाद बाबा की पूजा अर्चना करने के बाद मुख्य प्रबंधक रमेश परिहस्त के द्वारा मंदिर के अंदर ही उन्हें प्रतीक चिन्ह बाबा बैद्यनाथ की तस्वीर भेंट किया।
इसके बाद वे बाहर निकले जहां पर उनके हजारों की संख्या में बाहर खड़े अनुयायियों द्वारा हर हर महादेव जय श्री राम का जयकारा लगाया जा रहा था।
वही उन्होंने सभी का अभिवादन स्वीकार करते हुए हाथ जोड़कर और हाथ हिलाकर स्वीकार किया और हर हर महादेव का जयकारा लगाया।
इसके बाद सीधे कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना हो गए, भीड़ को संभालने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा अतिरिक्त फोर्स की तैनाती जगह-जगह पर की गई थी,
ताकि उन्हें किसी प्रकार की पूजा अर्चना करने में कोई परेशानी ना हो,
मौके पर एसडीओ सह मंदिर प्रभारी एसडीपीओ सहित सैकड़ो की संख्या में पुलिस बल एवं मंदिर कर्मी उपस्थित थे।
वही देवघर कॉलेज आज बाबा बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री संत सम्मेलन में प्रवचन देने पहुचे, देवघर बाबा बैधनाथ की जय कारा के साथ हिन्दू राष्ट्र बनाने का आह्वान करते हुए बाबा बागेश्वर ने लाखों की जुटी भीड़ में जोश भर दिया।
वहीं मौके पर उन्होंने सांसद निशिकांत दुवे की भी तारीफ़ कि, जुटी भीड़ से उत्साहित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि झारखंड में बालाजी महाराज के इतने पागल हैं, यह मैं पहले जान जाता तो झारखंड सरकार की ठठरी बांध कर में पहले चला आता।
हम झारखंड पहले ही आना चाहते थे पर अनुमति मिली ही नहीं, बस बाबा बैधनाथ ने बुलाया तो में दास दौड़ा चला आया। वहीं उन्होंने फ़िर झारखंड आने का वादा किया और कहा दरवार भी लगाएंगे। वहीं उन्होंने सभी से आह्वान किया कि मस्तिष्क में तिलक और घरों में सनातन का झंडा अवश्य लगावें।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बाबा नगरी देवघर पहुंचे।