
Patna Encounter: गोपाल खेमका हत्याकांड के मुख्य आरोपी राजा को पुलिस ने किया ढेर, इलाके में मचा हड़कंप।
पटना। राजधानी पटना में हाल ही में हुए व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मुख्य आरोपी अपराधी राजा को मुठभेड़ में मार गिराया। यह एनकाउंटर पटना पुलिस के विशेष अभियान के तहत हुआ और इसे लेकर पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।
कैसे हुआ एनकाउंटर?
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि गोपाल खेमका हत्याकांड में फरार चल रहा कुख्यात अपराधी राजा पटना के बाहरी इलाके में छिपा हुआ है। सूचना के आधार पर पुलिस की एक विशेष टीम ने इलाके को चारों ओर से घेर लिया।
पुलिस के अनुसार, खुद को घिरा देख अपराधी राजा ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिसमें राजा घायल हो गया। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।
पुलिस की बड़ी कामयाबी
गोपाल खेमका की हत्या के बाद से ही राजधानी में दहशत का माहौल था। व्यापारिक संगठनों और आम नागरिकों ने प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। इस एनकाउंटर को पुलिस की बड़ी सफलता माना जा रहा है।
गोपाल खेमका हत्याकांड – क्या है पूरा मामला?
कुछ दिनों पहले पटना के जाने-माने व्यवसायी गोपाल खेमका की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्यारों ने उन्हें निशाना बनाकर बेहद निर्ममता से वारदात को अंजाम दिया था। इस हत्या ने पूरे शहर को झकझोर दिया था। जांच में सामने आया कि हत्या के पीछे अपराधी राजा का हाथ था, जो पहले भी कई आपराधिक मामलों में शामिल रहा है।
अपराधी राजा का आपराधिक इतिहास
राजा पर हत्या, लूट, फिरौती जैसे कई संगीन मामलों में केस दर्ज थे। वह लंबे समय से फरार चल रहा था और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी। सूत्रों के अनुसार, राजा संगठित अपराध गैंग का हिस्सा था और कई बार जेल जा चुका था।
प्रशासन का बयान
पटना पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमने पहले ही कहा था कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। जो भी कानून हाथ में लेगा, उसे कानून के दायरे में लाना हमारा कर्तव्य है। यह कार्रवाई अपराध के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा है।”
शहर में मचा हड़कंप
एनकाउंटर की खबर फैलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर जमा हो गए। पुलिस ने मौके पर भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया और स्थिति को नियंत्रण में रखा।
डिस्क्लेमर:
यह समाचार विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स और पुलिस सूत्रों पर आधारित है। मामले से संबंधित अधिकृत जानकारी पुलिस जांच के बाद ही सामने आ सकती है। पाठकों से अनुरोध है कि अफवाहों पर विश्वास न करें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें।