
देवघर। श्रावणी मेले में बरनवाल समाज द्वारा सेवा शिविर का उद्घाटन – कांवरियों के लिए शुद्ध जल, शरबत और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था
देवघर में सावन माह के दौरान आयोजित विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में इस वर्ष भी कांवरियों की भारी भीड़ उमड़ रही है। देश के कोने-कोने से श्रद्धालु गंगाजल लेकर देवाधिदेव भोलेनाथ को अर्पित करने पहुंचते हैं। ऐसी पवित्र और भीड़भाड़ वाली परिस्थिति में कांवरियों की सेवा को अपना धर्म मानते हुए बरनवाल समाज द्वारा खिजुरिया स्थित भूतबंगला परिसर में सेवा शिविर का आयोजन किया गया।
इस सेवा शिविर का भव्य उद्घाटन बोकारो के पूर्व विधायक श्री बिरंची नारायण, प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. कुमार गौरव एवं समाजसेवी श्री ओंकारनाथ बरनवाल ने संयुक्त रूप से किया। उद्घाटन समारोह में भारी संख्या में समाज के वरिष्ठ सदस्य, युवाजन एवं महिलाएं उपस्थित थीं।
इस सेवा शिविर की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें श्रावणी मेला में आने वाले कांवरियों को निःशुल्क शुद्ध पेयजल, नींबू पानी, नींबू शरबत और आवश्यकता पड़ने पर प्राथमिक उपचार की भी सुविधा दी जा रही है। तेज धूप, उमस और थकान से जूझते कांवरियों के लिए यह शिविर एक राहत का केंद्र बनकर उभरा है। शिविर में श्रद्धालुओं को बैठने, आराम करने और स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने के लिए आवश्यक संसाधनों की समुचित व्यवस्था की गई है।
बरनवाल समाज हमेशा से सेवा और सामाजिक उत्थान में अग्रणी भूमिका निभाता रहा है। यह शिविर उसी परंपरा का प्रतीक है, जिसमें समाज ने अपनी संगठित शक्ति से जनकल्याण को प्राथमिकता दी है।
इस शिविर को सफलतापूर्वक संचालित करने में कई प्रमुख सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मुख्य संयोजक पंकज कुमार एवं सह-संयोजक अविनाश बरनवाल के नेतृत्व में शिविर का संचालन कुशलतापूर्वक किया जा रहा है। इनके साथ-साथ सुधांशु बरनवाल, राजेश बरनवाल, अजय बरनवाल, राजन शशि, विश्वनाथ बरनवाल, परमानंद बरनवाल, मोहन बरनवाल, आशीष बरनवाल, रबीन बरनवाल, राजकुमार बरनवाल, संदीप बरनवाल, सतेंद्र बरनवाल, योगेंद्र बरनवाल, पवन बरनवाल, मंजू बरनवाल, प्रियंका बरनवाल, मिक्की बरनवाल तथा प्रतिभा बरनवाल समेत सैकड़ों की संख्या में समाज के युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों ने अपना योगदान दिया।
शिविर के उद्घाटन अवसर पर अपने संबोधन में श्री बिरंची नारायण ने कहा कि “इस प्रकार के सेवा कार्य समाज को जोड़ते हैं और मानवीयता की मिसाल पेश करते हैं। कांवरियों की सेवा का यह कार्य पुण्य का भागी बनाता है। बरनवाल समाज ने जो कार्य प्रारंभ किया है, वह सराहनीय है और अनुकरणीय भी।”
डॉ. कुमार गौरव ने कहा, “हमारे देश की संस्कृति सेवा और समर्पण पर आधारित रही है। ऐसे आयोजनों से नई पीढ़ी में सामाजिक जागरूकता और दायित्व का भाव पैदा होता है।”
शिविर की व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए एक कार्यकारी समिति भी गठित की गई है जो यह सुनिश्चित करती है कि प्रत्येक कांवरिया को यथासंभव सहायता उपलब्ध कराई जा सके। पूरे श्रावणी माह तक यह शिविर कार्यरत रहेगा और लाखों श्रद्धालुओं को इसका लाभ मिलेगा।
बरनवाल समाज द्वारा लगाया गया यह सेवा शिविर न केवल एक धार्मिक अवसर को सेवा से जोड़ता है, बल्कि सामाजिक एकता और संगठनात्मक ताकत की एक सशक्त मिसाल भी पेश करता है। यह शिविर देवघर में आयोजित श्रावणी मेले की सेवा परंपरा में एक सुनहरा अध्याय जोड़ रहा है।