
Deoghar: श्रावण की पहली सोमवारी को लेकर प्रशासन सतर्क, उपायुक्त ने की दंडाधिकारियों के साथ ब्रीफिंग – QR कोड से मिलेगी कांवरियों को राहत
देवघर। श्रावण मास की पहली सोमवारी को लेकर देवघर जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में आ चुका है। बाबा बैद्यनाथधाम में उमड़ने वाली भारी भीड़ और श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने रविवार को जिले के दंडाधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण ब्रीफिंग की। इस दौरान सावन महीने की व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई और आवश्यक निर्देश जारी किए गए।
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि पहली सोमवारी को भारी संख्या में कांवरियों के आने की संभावना है, ऐसे में सभी संबंधित अधिकारी अपनी ज़िम्मेदारी को गंभीरता से लें और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहें। उन्होंने कहा कि इस बार प्रशासन ने परंपरागत व्यवस्थाओं के साथ-साथ आधुनिक तकनीक का भी सहारा लिया है, जिससे श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान किसी प्रकार की परेशानी न हो।
QR कोड से मिलेगी जानकारी और सहायता
उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने बताया कि इस वर्ष एक अभिनव पहल के रूप में डिजिटल QR कोड सिस्टम लागू किया जा रहा है। कांवरियों को यह QR कोड यात्रा के प्रारंभिक बिंदु पर उपलब्ध कराया जाएगा, जिसे वे अपने मोबाइल से स्कैन कर सकेंगे। इस QR कोड के माध्यम से उन्हें हेल्पलाइन नंबर, प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों का लोकेशन, विश्राम स्थलों की जानकारी, जलापूर्ति केंद्र और प्रशासन से जुड़ी सभी जरूरी सूचनाएं मोबाइल पर ही मिलेंगी।
यह तकनीक न केवल श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन प्रदान करेगी, बल्कि किसी आपात स्थिति में उनकी सहायता के लिए तत्काल संपर्क का माध्यम भी बनेगी। इसके माध्यम से कांवरियों की रियल टाइम लोकेशन ट्रैकिंग भी संभव होगी, जिससे सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा सकेगा।
भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा पर विशेष ध्यान
ब्रीफिंग में उपायुक्त ने सभी दंडाधिकारियों को निर्देश दिए कि संवेदनशील स्थलों पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती सुनिश्चित की जाए। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि भीड़ प्रबंधन सुचारु रूप से हो और श्रद्धालुओं को लाइन में अधिक देर न लगानी पड़े। महिलाओं, बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए अलग से सुविधा केंद्र बनाने पर भी चर्चा हुई।
इस बार श्रावण मेले में पुलिस विभाग के साथ-साथ एनडीआरएफ और स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी हर चौराहे और प्रमुख स्थानों पर तैनात रहेंगी। जगह-जगह पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी और कंट्रोल रूम से लगातार फीड की मॉनिटरिंग होगी।
अधिकारियों से मिले सुझाव भी लागू होंगे
बैठक में मौजूद कई अधिकारियों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव दिए, जैसे कि रूट डायवर्जन, स्वास्थ्य शिविरों की संख्या बढ़ाना, मोबाइल चिकित्सा इकाइयों की तैनाती और रात्रि में अतिरिक्त प्रकाश व्यवस्था। उपायुक्त ने इन सुझावों पर सहमति जताई और संबंधित विभागों को त्वरित कार्यवाही करने का निर्देश दिया।
शांति, सुरक्षा और सुविधा – प्रशासन का लक्ष्य
उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि श्रावण मेला केवल धार्मिक आस्था का केंद्र नहीं है, बल्कि यह जिला प्रशासन की संवेदनशीलता और तत्परता की परीक्षा भी है। हमारा प्रयास है कि श्रद्धालुओं को किसी भी स्तर पर कोई असुविधा न हो और वे बाबा बैद्यनाथधाम की यात्रा शांतिपूर्वक एवं सुखद ढंग से पूरी कर सकें।
श्रावण की पहली सोमवारी प्रशासनिक तैयारी के लिहाज़ से एक चुनौती होती है, लेकिन QR कोड जैसी तकनीकी पहल और बेहतर समन्वय से यह यात्रा हर बार से अधिक सुव्यवस्थित और सुविधाजनक बनने की उम्मीद है।