
झारखंड के पेंशनधारियों को बड़ी राहत: वृद्धा, विधवा और दिव्यांग लाभार्थियों को एक साथ मिलेंगे तीन माह के 3,000 रुपये।
झारखंड के लाखों वृद्ध, विधवा और दिव्यांग पेंशनधारियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। राज्य सरकार की सर्वजन पेंशन योजना के तहत अब सभी पात्र पेंशनधारियों को तीन माह की पेंशन राशि एक साथ दी जाएगी। सामाजिक सुरक्षा निदेशालय ने इस दिशा में तैयारियां शुरू कर दी हैं, और अधिकारियों को भुगतान प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
यह निर्णय उन लोगों के लिए विशेष रूप से राहत देने वाला है, जो प्रतिदिन की जरूरतों को पूरा करने के लिए इस मासिक पेंशन पर निर्भर रहते हैं। योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी को प्रतिमाह ₹1,000 की पेंशन मिलती है, जो अब एकमुश्त ₹3,000 के रूप में अगले सप्ताह तक उनके बैंक खातों में जमा की जाएगी।
झारखंड के वृद्धा, विधवा व दिव्यांग पेंशनधारियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी
राज्य के सामाजिक सुरक्षा निदेशालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, यह निर्णय खास तौर पर वृद्धजनों, विधवाओं और दिव्यांगजनों को आर्थिक सहारा देने के उद्देश्य से लिया गया है। सामाजिक सुरक्षा की इस पहल के तहत सभी जिलों के अधिकारियों को लाभार्थियों का डेटा अद्यतन करने और डीबीटी के माध्यम से राशि भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
सीधे बैंक खातों में भेजी जाएगी राशि
पेंशन की यह राशि Direct Benefit Transfer (DBT) के माध्यम से लाभार्थियों के जनधन या अन्य बैंक खातों में सीधे जमा की जाएगी। जिन लाभार्थियों के खातों में तकनीकी गड़बड़ी या आधार लिंक की समस्या है, उन्हें जल्द से जल्द अपने संबंधित ब्लॉक या पंचायत कार्यालय जाकर विवरण सही कराने की अपील की गई है।
लाखों लोगों को मिलेगा लाभ
इस निर्णय से झारखंड के लाखों जरूरतमंदों को सीधा लाभ मिलेगा, जिससे वे अपने दैनिक खर्चों में थोड़ी राहत महसूस कर सकेंगे। यह पहल राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की एक और मिसाल है, जिससे आमजन का सरकार पर विश्वास और मजबूत होगा।
झारखंड सरकार की यह घोषणा सामाजिक सुरक्षा की दिशा में एक बड़ा और सराहनीय कदम है। एक साथ तीन माह की पेंशन मिलने से आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को बड़ी राहत मिलेगी। इससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार समाज के सबसे कमजोर वर्गों के हितों की रक्षा के लिए गंभीर और संवेदनशील है।
यह पेंशन नहीं, सम्मान है — उन लोगों के लिए जो जीवन की संध्या में सरकार की देखभाल के हकदार हैं।