
एक यात्रा ऐसी भी: राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा के लिए निकली काँवर यात्रा
सावन महीने में बाबा बैद्यनाथ की नगरी देवघर के लिए काँवर यात्रा आम बात है, लेकिन दरभंगा के बलभद्रपुर से निकले काँवरिया कन्हैया कुमार की यात्रा खास बन गई है। वे इस बार काँवर उठाकर सुल्तानगंज से देवघर की पदयात्रा कर रहे हैं, लेकिन अपने परिवार या निजी सुख के लिए नहीं, बल्कि जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद श्री संजय कुमार झा के उज्ज्वल भविष्य की कामना के लिए। कन्हैया जी का कहना है कि वे संजय झा जी द्वारा सम्पूर्ण मिथिला में कराए गए अभूतपूर्व विकास कार्यों से अत्यंत प्रभावित हैं। उन्होंने कहा, “जिस तरह बाबा बैद्यनाथ के दर से कोई खाली नहीं लौटता, उसी तरह संजय बाबू के द्वार से भी हर जरूरतमंद को आशा और सहायता मिलती है। बाबा से प्रार्थना है कि संजय बाबू को लंबी उम्र और और अधिक शक्ति मिले, ताकि वे ऐसे ही जनसेवा करते रहें।”
इस काँवर यात्रा में उनके कई साथी भी शामिल हैं, जो संजय झा जी के लिए भोलेनाथ से आशीर्वाद माँगते हुए पैदल यात्रा कर रहे हैं। यह यात्रा न केवल श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि एक जनप्रतिनिधि के प्रति जनता की भावनात्मक आस्था और विश्वास को भी दर्शाती है।स्थानीय लोगों और जदयू कार्यकर्ताओं के बीच यह यात्रा चर्चा का विषय बन गई है। लोग इसे राजनीति में सकारात्मकता और सेवा की भावना का एक प्रेरक उदाहरण मान रहे हैं।संजय झा के उज्ज्वल भविष्य की कामना में निकली अनोखी काँवर यात्रा
सावन का महीना आते ही भगवान शिव की भक्ति में पूरा माहौल शिवमय हो जाता है। खासकर बाबा बैद्यनाथ की नगरी देवघर में तो हर वर्ष लाखों काँवरिये सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर देवघर की ओर कंधे पर काँवर उठाकर पदयात्रा करते हैं। यह यात्रा श्रद्धा, भक्ति और आस्था का प्रतीक मानी जाती है। लेकिन इस बार दरभंगा जिले के बलभद्रपुर गाँव से निकले काँवरिया कन्हैया कुमार की यात्रा कुछ खास वजह से चर्चा में है।कन्हैया कुमार ने सुल्तानगंज से देवघर तक की अपनी काँवर यात्रा सिर्फ अपने परिवार के लिए नहीं, बल्कि जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद श्री संजय कुमार झा के लिए समर्पित की है। वे बाबा बैद्यनाथ से संजय झा जी के दीर्घायु और उज्ज्वल भविष्य की प्रार्थना कर रहे हैं।जनसेवक के लिए प्रार्थना की मिसाल कन्हैया कुमार का कहना है कि वे संजय झा जी के कार्यों से अत्यंत प्रभावित हैं। संजय झा जी ने मिथिला क्षेत्र में जो विकास के कार्य कराए हैं, वो अभूतपूर्व हैं। कन्हैया जी भावुक होकर कहते हैं,”जिस तरह बाबा बैद्यनाथ के दर से कोई खाली हाथ नहीं लौटता, वैसे ही संजय बाबू के दरवाजे से भी कोई जरूरतमंद निराश नहीं जाता। वे लगातार जनसेवा में लगे रहते हैं। बाबा भोलेनाथ से मेरी यही प्रार्थना है कि संजय बाबू को दीर्घायु और और भी शक्ति मिले ताकि वे इसी तरह जनता की सेवा करते रहें।” कन्हैया कुमार अकेले नहीं हैं। उनके साथ कई और साथी भी इस काँवर यात्रा में शामिल हुए हैं। सभी ने मिलकर संजय झा जी के लिए पैदल यात्रा करते हुए बाबा बैद्यनाथ से आशीर्वाद माँगने का संकल्प लिया है।राजनीति में सकारात्मकता की मिसाल,इस अनोखी काँवर यात्रा ने पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना दिया है। स्थानीय लोग और जदयू के कार्यकर्ता इस पहल को एक प्रेरक उदाहरण मान रहे हैं। उनका कहना है कि राजनीति में जहाँ अक्सर नकारात्मक बातें सुनने को मिलती हैं, वहीं यह काँवर यात्रा सेवा, श्रद्धा और सकारात्मक सोच की मिसाल है।यह यात्रा केवल भक्ति की नहीं, बल्कि जनता और जनप्रतिनिधि के बीच एक भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक बन गई है। जब जनता अपने नेता की लंबी उम्र और सफलता के लिए भोलेनाथ से आशीर्वाद माँगती है, तो यह उस जनसेवक की लोकप्रियता और जनहित में किए गए कार्यों का प्रमाण है।