
*हेल्थ रिपोर्ट* नाखूनों से पता चलती है सेहत की सच्चाई: शरीर में इन चीजों की हो सकती है कमी
संकेत हैं सफेद, काली या क्षैतिज रेखाएं तो तुरंत लें यह जरूरी कदम
हमारी सेहत का आईना अक्सर हमारा शरीर ही होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके नाखून भी आपके स्वास्थ्य की कहानी बयान कर सकते हैं? यदि आपके नाखूनों पर सफेद, काले या क्षैतिज रेखाएं दिखने लगी हैं, तो इसे नज़रअंदाज़ करना भारी पड़ सकता है। ये रेखाएं शरीर के भीतर चल रही किसी गंभीर कमी या स्वास्थ्य समस्या की ओर इशारा कर सकती हैं।
नाखूनों में बदलाव क्यों है अहम?
नाखून सिर्फ खूबसूरती का हिस्सा नहीं हैं, ये हमारे शरीर के पोषण और रक्त परिसंचरण की स्थिति का संकेत भी देते हैं। यदि शरीर में जरूरी विटामिन, खनिज या प्रोटीन की कमी हो रही हो, तो उसका असर सबसे पहले नाखूनों पर दिखता है। विशेषज्ञों के अनुसार, नाखूनों में लकीरें, रंग में बदलाव, पीलापन या झड़ना पोषण की गंभीर कमी या बीमारियों की ओर इशारा कर सकता है।
किन लकीरों से क्या संकेत मिलता है?
1. सफेद लकीरें (Mees’ lines)
यदि नाखूनों में क्षैतिज सफेद रेखाएं दिख रही हैं, तो यह जिंक की कमी, किडनी की समस्या या आर्सेनिक विषाक्तता का संकेत हो सकता है। इन्हें Mees’ lines कहा जाता है और यह गंभीर स्वास्थ्य चिंता का कारण हो सकती हैं।
2. काली लंबवत रेखाएं (Melanonychia)
अगर नाखूनों पर गहरी काली रेखा दिखाई दे रही है, जो ऊपर से नीचे तक जा रही है, तो यह त्वचा संबंधी रोग या कभी-कभी स्किन कैंसर (मेलानोमा) का भी लक्षण हो सकता है। इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।
3. क्षैतिज रेखाएं (Beau’s lines)
यदि नाखूनों में गहरी क्षैतिज रेखाएं बन रही हैं तो यह शरीर में किसी समय गंभीर बीमारी, तेज बुखार (जैसे डेंगू, चिकनगुनिया या कोरोना), शारीरिक आघात या पोषण की कमी का संकेत हो सकता है।
4. पीले नाखून और मोटी लकीरें
नाखूनों का पीला पड़ जाना और मोटी रेखाओं का दिखना फेफड़ों की बीमारी, थायरॉइड की गड़बड़ी या लिवर संबंधित समस्या की ओर इशारा करता है।
इन पोषक तत्वों की हो सकती है कमी
विशेषज्ञों के मुताबिक, नाखूनों में रेखाएं और असमानता इन प्रमुख पोषक तत्वों की कमी के कारण हो सकती हैं:
बायोटिन (Vitamin B7): नाखूनों की मजबूती के लिए जरूरी। कमी से नाखून कमजोर और खुरदरे हो सकते हैं।
आयरन: शरीर में आयरन की कमी से नाखूनों पर सफेद या क्षैतिज रेखाएं बन सकती हैं। यह एनीमिया का भी लक्षण हो सकता है।
जिंक: जिंक की कमी से नाखूनों में सफेद दाग या लकीरें बन सकती हैं।
प्रोटीन: शरीर में प्रोटीन की कमी नाखूनों को कमजोर बनाती है और उनके विकास को प्रभावित करती है।
Vitamin B12 और फोलिक एसिड: इनकी कमी से नाखूनों में रंग का बदलाव, पीलापन या भूरे धब्बे दिखाई दे सकते हैं।
डॉक्टर्स की राय क्या कहती है?
डर्मेटोलॉजिस्ट्स और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स का मानना है कि नाखूनों की स्थिति से शरीर की आंतरिक सेहत का अंदाजा लगाया जा सकता है। एम्स, दिल्ली की डॉ. रश्मि अग्रवाल कहती हैं, “यदि नाखूनों में अचानक कोई रेखा दिखे, टूटने लगे, या रंग बदलने लगे, तो यह सतर्क होने का समय है। खासकर यदि यह स्थिति कई हफ्तों तक बनी रहती है, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।”
कैसे रखें नाखूनों का ध्यान?
1. संतुलित आहार लें
अपने भोजन में हरी सब्जियां, दूध, दही, दालें, अंडा, नट्स और फल शामिल करें। जिंक, आयरन और बायोटिन से भरपूर चीजें जैसे पालक, अंडा, नट्स, बीन्स आदि का सेवन बढ़ाएं।
2. पानी अधिक पीएं
हाइड्रेशन से नाखूनों की गुणवत्ता में सुधार आता है।
3. हार्ड केमिकल्स से बचाव करें
नाखूनों पर लगाने वाले रसायन या लोशन त्वचा और नाखूनों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। नेल पॉलिश या रिमूवर का उपयोग सीमित करें।
4. मेडिकल चेकअप कराएं
यदि नाखूनों में बदलाव लंबे समय तक बना रहे तो ब्लड टेस्ट और हेल्थ स्क्रीनिंग जरूर कराएं।
किन बीमारियों की तरफ इशारा करते हैं नाखून?
लक्षण संभावित बीमारी
सफेद रेखाएं किडनी की बीमारी, जिंक की कमी
पीले नाखून फेफड़ों की बीमारी, थायरॉइड
काले निशान या रेखा स्किन कैंसर का संकेत
क्षैतिज रेखाएं वायरल संक्रमण, पोषण की कमी
नाखूनों का टूटना आयरन की कमी, बायोटिन की कमी
हम में से अधिकतर लोग नाखूनों में होने वाले छोटे-छोटे बदलावों को नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन यह शरीर द्वारा दी जाने वाली चेतावनी होती है। नाखूनों की बनावट, रंग और सतह में किसी भी बदलाव को गंभीरता से लें। यह छोटी सी जानकारी आपको बड़ी बीमारी से समय रहते बचा सकती है। शरीर का यह ‘साइलेंट इंडिकेटर’ आपकी सेहत का गुप्त संदेशवाहक है – इसे समझना और उस पर कार्रवाई करना बेहद जरूरी है।