इमरजेंसी में लौटी उड़ान: इंडिगो की फ्लाइट 40 मिनट तक आसमान में मंडराती रही, तिरुपति में करानी पड़ी आपात लैंडिंग

इमरजेंसी में लौटी उड़ान: इंडिगो की फ्लाइट 40 मिनट तक आसमान में मंडराती रही, तिरुपति में करानी पड़ी आपात लैंडिंग

यात्रियों में मची अफरा-तफरी, इंडिगो ने जारी किया बयान
तिरुपति से हैदराबाद जा रही इंडिगो एयरलाइंस की एक फ्लाइट में रविवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही विमान में तकनीकी खराबी सामने आई। खराबी का संकेत मिलते ही विमान करीब 40 मिनट तक हवा में मंडराता रहा, जिसके बाद पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए विमान की सुरक्षित इमरजेंसी लैंडिंग तिरुपति एयरपोर्ट पर कराई। विमान में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं, लेकिन इस घटना ने एयर ट्रैफिक सुरक्षा और इंडिगो की तकनीकी तैयारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

क्या हुआ था?
यह घटना इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6E-7269 की है, जो आंध्र प्रदेश के तिरुपति एयरपोर्ट से दोपहर को हैदराबाद के लिए रवाना हुई थी। उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद क्रू मेंबर्स को विमान में किसी तकनीकी दिक्कत का अंदेशा हुआ। इस स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पायलट ने विमान को लौटाने का निर्णय लिया। हालांकि, विमान को सीधे तौर पर नहीं उतारा जा सका और वह करीब 40 मिनट तक आसमान में मंडराता रहा।

तकनीकी खराबी ने उड़ाई नींद

सूत्रों के अनुसार, विमान में किसी तकनीकी यंत्र से संबंधित समस्या आई थी, जिसका पता उड़ान के दौरान चला। हालांकि एयरलाइंस की ओर से खराबी की प्रकृति को लेकर कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया गया है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि संभवतः यह इंजन या हाईड्रोलिक सिस्टम से जुड़ी तकनीकी दिक्कत हो सकती है। ऐसे मामलों में विमान को ज़मीन पर उतारने से पहले कुछ मानकों की पुष्टि करनी पड़ती है, जिससे समय लगता है।

पायलट की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा

इंडिगो के पायलट ने पूरी सावधानी और दक्षता के साथ हालात को संभाला। उन्होंने एयर ट्रैफिक कंट्रोल से अनुमति लेकर विमान को तिरुपति एयरपोर्ट पर वापस लाया। इस दौरान विमान को लैंड कराने से पहले हवा में चक्कर कटवाए गए ताकि ईंधन का संतुलन बना रहे और वजन कम हो सके। आखिरकार, 40 मिनट की उड़ान के बाद विमान को तिरुपति में सुरक्षित उतार लिया गया।

विमान में थे 70 से ज्यादा यात्री

इस फ्लाइट में करीब 70 यात्री सवार थे। जैसे ही तकनीकी खराबी की जानकारी यात्रियों तक पहुंची, कुछ यात्रियों में घबराहट का माहौल बन गया। हालांकि क्रू मेंबर्स ने लगातार यात्रियों को शांत और सुरक्षित रखने की कोशिश की। इमरजेंसी लैंडिंग के बाद सभी यात्रियों को एयरपोर्ट पर सुरक्षित बाहर निकाला गया और वैकल्पिक व्यवस्था की तैयारी शुरू हुई।

इंडिगो का आधिकारिक बयान

इंडिगो एयरलाइंस ने घटना को लेकर संक्षिप्त बयान जारी किया है। उन्होंने कहा,

> “तिरुपति से हैदराबाद जा रही फ्लाइट 6E-7269 को तकनीकी कारणों से तिरुपति एयरपोर्ट पर लौटाया गया। पायलट ने सभी नियमों का पालन करते हुए इमरजेंसी लैंडिंग करवाई। सभी यात्री और क्रू सदस्य सुरक्षित हैं। यात्रियों को हुई असुविधा के लिए हम खेद व्यक्त करते हैं।”

DGCA भी सक्रिय
इस घटना की जानकारी मिलते ही नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने भी रिपोर्ट मांगी है। DGCA की जांच टीम इस बात की पड़ताल करेगी कि तकनीकी खराबी की असल वजह क्या थी और क्या इस उड़ान से पहले सभी सुरक्षा जांच पूरी की गई थीं। साथ ही, फ्लाइट टेक्निकल रिकॉर्ड्स को भी खंगाला जाएगा।

यात्रियों में नाराज़गी
इमरजेंसी लैंडिंग के बाद कुछ यात्रियों ने एयरलाइंस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। एक यात्री ने मीडिया को बताया,

> “हमने जब उड़ान के दौरान कंपन महसूस की, तो डर लगने लगा। फिर विमान हवा में चक्कर लगाने लगा। हमने क्रू से पूछा तो कहा गया कि कोई सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन बाद में इमरजेंसी लैंडिंग की बात बताई गई। हमें हमारी अगली यात्रा के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ा।”

पहले भी हो चुकी हैं इस तरह की घटनाएं

गौरतलब है कि इंडिगो की फ्लाइट्स में पहले भी तकनीकी गड़बड़ियों की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। बीते कुछ महीनों में इंडिगो और अन्य निजी एयरलाइनों की फ्लाइट्स में तकनीकी कारणों से इमरजेंसी लैंडिंग की कई घटनाएं हो चुकी हैं, जिनके बाद विमानन सुरक्षा पर बहस तेज हो गई थी।

यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया है कि विमानन क्षेत्र में छोटी सी तकनीकी चूक भी बड़ी घटना का रूप ले सकती है। हालांकि इस बार कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन ऐसी घटनाएं इस बात की याद दिलाती हैं कि एयरलाइन कंपनियों को अपने विमानों की नियमित तकनीकी जांच और रख-रखाव में कोई कोताही नहीं बरतनी चाहिए।

आशा है कि DGCA की जांच के बाद इस मामले की पूरी सच्चाई सामने आएगी और विमानन क्षेत्र में ऐसी घटनाएं दोहराए न जाएं।

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