
Bihar News: नालंदा में थाने के अंदर दरोगा ने खुद को मारी गोली: ड्यूटी के दौरान उठाया खौफनाक कदम, पुलिस महकमे में मचा हड़कंप।
नालंदा। जिले के रहुई थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब थाने के अंदर एक दरोगा ने अपनी ही सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली। यह आत्महत्या की घटना न केवल पुलिस महकमे के लिए चौंकाने वाली है, बल्कि यह पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गई है। मृतक दरोगा की पहचान सब-इंस्पेक्टर रूपेश कुमार के रूप में हुई है, जो पिछले कुछ महीनों से रहुई थाने में पदस्थापित थे।
ड्यूटी के दौरान खुद को मारी गोली
मिली जानकारी के अनुसार, दरोगा रूपेश कुमार मंगलवार सुबह अपनी ड्यूटी पर तैनात थे। सामान्य दिनों की तरह ही वे थाने में उपस्थित हुए, लेकिन कुछ ही देर बाद अचानक एक तेज आवाज सुनाई दी। पहले तो सभी पुलिसकर्मी यह समझ नहीं पाए कि क्या हुआ है, लेकिन जब वे आवाज की दिशा में दौड़े तो देखा कि दरोगा खून से लथपथ हालत में जमीन पर पड़े थे। पास में उनकी सर्विस रिवॉल्वर भी पड़ी हुई थी।
मौके पर पहुंचे वरीय अधिकारी
घटना की सूचना मिलते ही नालंदा के एसपी अशोक मिश्रा, डीएसपी, और एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची। घटनास्थल की बारीकी से जांच की गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और परिवार वालों को भी सूचना दे दी गई है। एसपी अशोक मिश्रा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, “यह बेहद दुखद घटना है। दरोगा ने किन परिस्थितियों में यह कदम उठाया, इसकी जांच की जा रही है। फिलहाल कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।”
आत्महत्या की वजह बनी रहस्य
रूपेश कुमार द्वारा आत्महत्या किए जाने की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। कुछ सूत्रों का कहना है कि वह पिछले कुछ दिनों से मानसिक तनाव में थे, वहीं कुछ अन्य सूत्र यह भी बता रहे हैं कि वह किसी पारिवारिक परेशानी से गुजर रहे थे। हालांकि, इन तमाम अटकलों की अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
पुलिस विभाग ने घटना की गहराई से जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की है। वहीं, थाने में लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं ताकि आत्महत्या से पहले की गतिविधियों की जांच की जा सके।
पुलिस विभाग में शोक की लहर
इस घटना के बाद पूरे नालंदा जिले के पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई है। रहुई थाने के पुलिसकर्मी स्तब्ध हैं। कई सहयोगी अधिकारी और कर्मचारी रूपेश कुमार को शांत, कर्तव्यनिष्ठ और मेहनती अफसर बताते हैं। थाने का माहौल पूरी तरह गमगीन हो चुका है।
सवालों के घेरे में पुलिस महकमा
यह घटना पुलिस बल में बढ़ते तनाव और मानसिक दबाव को एक बार फिर उजागर करती है। पुलिसकर्मियों पर लगातार ड्यूटी, पारिवारिक जिम्मेदारियां, ट्रांसफर का दबाव और मानसिक थकावट जैसे कई कारण आत्महत्या जैसे कदम उठाने के पीछे हो सकते हैं। अब जरूरत है कि पुलिस विभाग ऐसे मामलों को गंभीरता से ले और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर ध्यान दे।
जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट रूप से बताया जा सकेगा कि दरोगा रूपेश कुमार ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया। फिलहाल पुलिस पूरे मामले को संवेदनशीलता से संभाल रही है और हर एंगल से जांच जारी है।