
चीन की सरहद के पास लापता हुआ रूस का विमान, 50 लोगों के साथ टूटा संपर्क
रूस का एक पैसेंजर विमान अचानक लापता हो गया है। यह विमान चीन की सरहद के पास उड़ान भरते वक्त रडार से गायब हो गया। विमान में कुल 50 लोग सवार थे। हादसे की आशंका जताई जा रही है, हालांकि रूस की खोज एवं बचाव टीमें लगातार इसकी तलाश में जुटी हुई हैं।
लापता हुआ विमान: एएन-24 मॉडल
बताया जा रहा है कि लापता विमान रूस का एएन-24 (Antonov An-24) मॉडल था, जो घरेलू उड़ानों में उपयोग होने वाला दो इंजन वाला टर्बोप्रॉप एयरक्राफ्ट है। यह विमान नियमित उड़ान पर था और रूस के एक दूरस्थ इलाके से उड़ान भरकर अपने गंतव्य की ओर जा रहा था। उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद यह एयर ट्रैफिक कंट्रोल के संपर्क से बाहर हो गया।
चीन की सीमा के पास टूटा संपर्क
रिपोर्ट्स के अनुसार, विमान का संपर्क उस वक्त टूटा जब वह रूस के पूर्वी क्षेत्र में उड़ान भर रहा था, जो कि चीन की सरहद के नजदीक स्थित है। यह इलाका ऊबड़-खाबड़ पहाड़ियों और घने जंगलों वाला क्षेत्र है, जहां मौसम भी बेहद खराब रहता है। ऐसे इलाके में किसी भी विमान का लैंडिंग या संचार संपर्क कायम रखना काफी चुनौतीपूर्ण होता है।
सवार थे 50 यात्री, परिजनों में बढ़ी चिंता
विमान में कुल 50 लोग सवार थे, जिनमें चालक दल के सदस्य भी शामिल हैं। संपर्क टूटने की खबर के बाद विमान में सवार यात्रियों के परिजन गहरे सदमे और चिंता में हैं। एयरपोर्ट पर परिजनों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है। कुछ परिजन तो रोते-बिलखते नजर आए।
रूसी अधिकारियों ने परिजनों को आश्वस्त किया है कि बचाव और राहत अभियान युद्धस्तर पर जारी है। हालांकि, अभी तक किसी भी यात्री या मलबे का कोई पता नहीं चला है।
राहत और बचाव कार्य जारी
रूस के नागरिक उड्डयन मंत्रालय और आपातकालीन सेवाओं की टीमें विमान की तलाश में जुट गई हैं। ड्रोन, हेलीकॉप्टर और सैटेलाइट की मदद से खोज अभियान चलाया जा रहा है। मौसम की खराबी और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के कारण अभियान में दिक्कतें आ रही हैं, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि जब तक कोई सुराग नहीं मिल जाता, अभियान जारी रहेगा।
आपातकालीन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हमारा फोकस अब भी रेस्क्यू पर है। हमें उम्मीद है कि हम विमान या उसमें सवार लोगों तक जल्द पहुंच सकेंगे। सभी विकल्प खुले हैं।”
तकनीकी खराबी या मौसम की मार?
फिलहाल विमान के लापता होने की वजह साफ नहीं है। शुरुआती अंदाजों के अनुसार, तकनीकी खराबी या खराब मौसम इसकी वजह हो सकते हैं। रूस के इस क्षेत्र में अक्सर बर्फबारी और तेज हवाएं चलती रहती हैं, जिससे विमान संचालन में मुश्किलें आती हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, एएन-24 विमान पुराने जमाने के हैं और इनका मेंटेनेंस हमेशा चुनौतीपूर्ण रहता है। कई बार इनकी उड़ानें जमीनी परिस्थितियों और मौसम के हिसाब से जोखिमभरी होती हैं।
रूस में पहले भी हो चुके हैं हादसे
रूस में पहले भी इस तरह के विमान हादसों की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। खासतौर पर पूर्वी रूस और साइबेरिया के इलाकों में मौसम और खराब बुनियादी ढांचे के चलते विमान हादसे आम हैं। वर्ष 2021 में भी एक एएन-26 विमान कामचटका क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 28 लोगों की मौत हो गई थी।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें
इस घटना को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी नजरें टिकी हुई हैं। चूंकि विमान चीन की सीमा के नजदीक लापता हुआ है, इसलिए चीन भी रूसी अधिकारियों से लगातार संपर्क में है और जरूरत पड़ने पर सहयोग का प्रस्ताव भी दिया है।
संयुक्त राष्ट्र नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) ने भी इस घटना पर चिंता जताई है और रूस को तकनीकी सहयोग देने की पेशकश की है।
दुआओं और उम्मीदों का दौर
रूस का यह विमान हादसे की आशंका के बीच लापता है और 50 परिवारों की उम्मीदें अब सिर्फ राहत और बचाव टीमों के प्रयासों पर टिकी हैं। प्रशासन द्वारा हरसंभव कोशिश की जा रही है, लेकिन समय के साथ-साथ चिंताएं भी गहराती जा रही हैं।
पूरा देश इन 50 लोगों की सलामती के लिए प्रार्थना कर रहा है। आने वाले कुछ घंटे बेहद अहम होंगे और उम्मीद की जा रही है कि कोई अच्छी खबर मिलेगी।