राहुल गांधी पर निशिकांत दुबे का पलटवार, बोले – “इतना महामूर्ख नेता नहीं देखा”

कांग्रेस ओबीसी सम्मेलन पर सियासी घमासान:

देवघर। झारखंड की राजनीति में इन दिनों बयानबाज़ी का दौर तेज हो गया है। देवघर में आयोजित कांग्रेस के ओबीसी भागीदारी न्याय सम्मेलन में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा था कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में कोई दम नहीं है।” राहुल गांधी के इस बयान पर बीजेपी सांसद और गोड्डा के दिग्गज नेता निशिकांत दुबे ने करारा पलटवार किया है। दुबे ने राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा – “राहुल गांधी को कुछ समझ में नहीं आता। मैंने अपने जीवन में इतना महामूर्ख नेता नहीं देखा है। उसको कुछ नहीं पता है।”

राहुल गांधी पर जमकर बरसे निशिकांत दुबे

गोड्डा सांसद ने मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को देश की राजनीति, समाज और यहां तक कि अपने ही परिवार के योगदान की भी कोई जानकारी नहीं है। दुबे ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा – “आज राहुल गांधी अपने पिताजी, दादाजी, दादी जी, नेहरू जी, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी – सभी के कामों को नकार रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस के नेताओं के योगदान को खुद नेगेटिव कर दिया है।”

दुबे यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी को पिछड़े वर्गों के लिए कांग्रेस द्वारा किए गए कामों की भी कोई समझ नहीं है। “आप यह समझिए कि पिछड़ों के लिए कांग्रेस जो भी दादा, चाचा, मामा ने किया होगा, सबको उन्होंने नेगेटिव कर दिया। वह खुद को सबसे बड़ा शंकराचार्य बना बैठे हैं, जिनको अपने मां-बाप और परिवार के बारे में ही कुछ पता नहीं है, तो वह दूसरों के बारे में क्या कह सकते हैं – आप समझ सकते हैं।”

ओबीसी सम्मेलन में राहुल गांधी का हमला

बता दें कि कांग्रेस के ओबीसी भागीदारी न्याय सम्मेलन में राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री ओबीसी समुदाय की भागीदारी बढ़ाने की बात तो करते हैं, लेकिन हकीकत में इसके लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। राहुल गांधी ने यह भी सवाल उठाया कि देश की बड़ी संस्थाओं और सरकार में ओबीसी समुदाय की भागीदारी क्यों सीमित है।

राहुल गांधी का कहना था कि कांग्रेस ऐतिहासिक रूप से सामाजिक न्याय के लिए काम करती रही है और आगे भी ओबीसी समुदाय के हक की लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वह केवल “जुमलेबाजी” करती है लेकिन हक और अधिकार की बात पर चुप्पी साध लेती है।

सियासी हलचल तेज

राहुल गांधी के इस बयान के बाद बीजेपी खेमे में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली। खासकर गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने न सिर्फ राहुल गांधी की आलोचना की, बल्कि उन्हें “महामूर्ख” करार देते हुए कहा कि राहुल गांधी अपने ही परिवार के योगदान को समझने में नाकाम हैं।

दुबे के इस बयान ने राजनीतिक हलचल को और तेज कर दिया है। कांग्रेस ने भी इस बयान पर आपत्ति जताई है और कहा है कि बीजेपी नेताओं की भाषा लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।

राहुल बनाम निशिकांत – झारखंड की राजनीति में नया मोर्चाराहुल बनाम निशिकांत – झारखंड की राजनीति में नया मोर्चा

झारखंड की राजनीति में राहुल गांधी और निशिकांत दुबे के बीच यह बयानबाज़ी नया मोर्चा खोल सकती है। निशिकांत दुबे, जो बीजेपी के कद्दावर नेताओं में गिने जाते हैं, अक्सर अपने बेबाक बयानों के लिए सुर्खियों में रहते हैं। वहीं राहुल गांधी लगातार नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने के लिए दौरे और सम्मेलन कर रहे हैं, खासकर ओबीसी और दलित समुदाय को साधने की कोशिश में।

आगे क्या?

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि झारखंड में अगले चुनाव की आहट के बीच ऐसे बयान माहौल को और गरमा सकते हैं। ओबीसी वोट बैंक को लेकर कांग्रेस और बीजेपी दोनों सक्रिय हैं। राहुल गांधी का सम्मेलन इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जबकि बीजेपी के नेता इसे केवल “राजनीतिक नौटंकी” करार दे रहे हैं।

फिलहाल, निशिकांत दुबे के तीखे शब्दों ने सियासी बहस को और तीखा कर दिया है। अब देखना होगा कि कांग्रेस की ओर से इस बयान का अगला जवाब क्या होगा और यह विवाद कहां तक जाएगा

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