
देवघर। आज मोहनपुर प्रखंड के जमुनिया चौक के पास हुई दर्दनाक बस दुर्घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। घटना में कई श्रद्धालु घायल हो गए, जबकि कुछ की मौत हो गई। हादसे की खबर मिलते ही जिला प्रशासन हरकत में आ गया और राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाई गई।
बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर कल्याण कोष से तत्काल राहत के रूप में प्रत्येक घायल कावरी को 20-20 हजार रुपये की सहायता राशि दी गई। यह राशि आज देवघर सिविल सर्जन डॉ. युगल किशोर चौधरी और जिला जनसंपर्क पदाधिकारी (DPRO) राहुल भारती ने अपने हाथों से घायलों को सौंपी। इस मौके पर प्रशासनिक अधिकारियों ने घायलों का हालचाल लिया और बेहतर इलाज का भरोसा दिलाया।
हादसे में मृत श्रद्धालुओं के परिजनों को मिलेगा मुआवजा
प्रशासन ने बताया कि हादसे में जिन श्रद्धालुओं ने अपनी जान गंवाई है, उनके परिजनों को राज्य सरकार की ओर से आपदा प्रबंधन कोष से एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह राशि शीघ्र ही परिजनों को उपलब्ध कराई जाएगी।
प्रशासन का आश्वासन – इलाज में कोई कोताही नहीं
देवघर सिविल सर्जन डॉ. युगल किशोर चौधरी ने कहा, “घायल श्रद्धालुओं का इलाज प्राथमिकता पर चल रहा है। सभी आवश्यक दवाएं और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होगी।”
वहीं DPRO राहुल भारती ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि प्रशासन की पहली प्राथमिकता घायलों का इलाज है और जो लोग हादसे में असमय मौत का शिकार हुए हैं, उनके परिवारों को जल्द से जल्द मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
कावड़ियों की सुरक्षा पर उठ रहे सवाल
यह हादसा एक बार फिर कावड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा और प्रबंधन पर सवाल खड़े कर रहा है। बाबा बैद्यनाथ धाम आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए हर साल सुरक्षा इंतजाम किए जाते हैं, लेकिन इस तरह की घटनाएं सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न खड़े करती हैं।
क्या हुआ था हादसे के समय?
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बस जमुनिया चौक के पास अचानक असंतुलित हो गई और पलट गई। हादसे में कई कावरी घायल हो गए, जबकि कुछ की मौके पर ही मौत हो गई। स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया।
राज्य सरकार और जिला प्रशासन की सक्रियता
जैसे ही हादसे की खबर आई, जिला प्रशासन तुरंत सक्रिय हो गया। एंबुलेंस और मेडिकल टीम को मौके पर भेजा गया। घायलों को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई।
प्रशासन ने कहा कि कावड़ यात्रा से जुड़े श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
श्रद्धालुओं ने जताया आभार
सहायता राशि मिलने के बाद घायलों और उनके परिजनों ने जिला प्रशासन और बाबा बैद्यनाथ मंदिर प्रबंधन का आभार जताया। उन्होंने कहा कि ऐसी मुश्किल घड़ी में प्रशासन का तुरंत मदद के लिए आगे आना राहत की बात है।
क्षेत्र में शोक की लहर
हादसे के बाद पूरे इलाके में शोक की लहर है। मृतकों के घरों में मातम का माहौल है। कावड़ यात्रा के दौरान होने वाली इस तरह की दुर्घटनाओं ने लोगों को झकझोर दिया है।
देवघर में हुए इस हादसे ने जहां कई परिवारों को दुखी किया है, वहीं प्रशासन की तत्परता और तुरंत मदद ने राहत की सांस दी है। अब सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि क्या भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे?
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