
गिरिडीह। खोरीमहुआ अनुमंडल प्रशासन की बड़ी कार्रवाई में बुधवार को राजधनवार थाना एवं गोरथम्बा ओपी क्षेत्र के कई लाइन होटल और ढाबों पर छापामारी की गई। यह कार्रवाई अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) खोरीमहुआ के नेतृत्व में गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिसमें प्रशासनिक टीम के साथ पुलिस बल भी मौजूद था।
सूत्रों के मुताबिक, लंबे समय से यह शिकायत मिल रही थी कि क्षेत्र के कुछ होटल और ढाबों में अवैध शराब की बिक्री की जा रही है। गुप्त सूचना मिलने के बाद अनुमंडल प्रशासन ने तुरंत टीम गठित कर छापामारी अभियान शुरू किया।
छापामारी में क्या-क्या बरामद हुआ?
कार्रवाई के दौरान कई ढाबों और लाइन होटलों से बड़ी मात्रा में अवैध देसी और विदेशी शराब के साथ बियर की बोतलें बरामद की गईं। बरामदगी के बाद प्रशासन ने मौके पर ही गिनती कर जब्ती सूची तैयार की और होटल मालिकों से पूछताछ की।
5 लोग गिरफ्तार, कानूनी कार्रवाई जारी
छापामारी के दौरान पुलिस ने कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें होटल और ढाबा संचालक भी शामिल हैं। पकड़े गए सभी आरोपियों को स्थानीय थाने में लाकर पूछताछ की जा रही है। प्रशासन ने बताया कि अग्रेतर कानूनी कार्रवाई की जा रही है और शराब माफियाओं की पहचान कर कड़ी कार्रवाई होगी।
एसडीओ का सख्त रुख
खोरीमहुआ एसडीओ ने बताया कि,
“हमारे संज्ञान में आया था कि राजधनवार और गोरथम्बा क्षेत्र में कुछ होटलों और ढाबों में अवैध शराब की बिक्री हो रही है। गुप्त सूचना के आधार पर छापामारी की गई और बड़ी मात्रा में शराब जब्त की गई है। दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।”
स्थानीय प्रशासन सतर्क
इस कार्रवाई के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। कई होटल और ढाबा संचालक रातों-रात अपने प्रतिष्ठानों को बंद कर चुके हैं। पुलिस ने साफ किया है कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और अवैध शराब कारोबार में शामिल किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा।
लोगों में संतोष, जागरूकता की अपील
अभियान के बाद स्थानीय लोगों में संतोष का माहौल है। लोगों का कहना है कि अवैध शराब की वजह से युवाओं में नशे की लत बढ़ रही थी। प्रशासन ने आम जनता से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि या अवैध शराब बिक्री की सूचना पुलिस को दें, ताकि समय पर कार्रवाई हो सके।
खोरीमहुआ अनुमंडल प्रशासन की यह छापामारी अवैध शराब कारोबार पर बड़ा प्रहार है। राजधनवार थाना और गोरथम्बा ओपी क्षेत्र में की गई इस कार्रवाई से यह साफ संदेश गया है कि प्रशासन अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ पूरी तरह सख्त है और आगे भी इसी तरह की कार्रवाइयां जारी रहेंगी।