
गोरखपुर में डॉक्टर के पति के किडनैपर का चौंकाने वाला खुलासा: BMW में घूमता था अपराधी, दो शादियां – एक हिंदू, दूसरी मुस्लिम, रायबरेली में किया सरेंडर
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से सामने आई एक चौंकाने वाली वारदात ने पुलिस और आम जनता को हैरान कर दिया है। इस मामले में एक डॉक्टर के पति के किडनैपिंग की साजिश का मास्टरमाइंड न सिर्फ लक्ज़री गाड़ी BMW से चलता था, बल्कि उसकी निजी ज़िंदगी भी रहस्यों से भरी हुई थी। उसने दो अलग-अलग धर्मों की महिलाओं से शादी की और फरार रहने के बाद रायबरेली में सरेंडर कर दिया।
घटना का विवरण:
गोरखपुर में रहने वाली एक महिला डॉक्टर के पति को कुछ दिन पहले अगवा कर लिया गया था। इस अपहरण के पीछे एक ऐसा शख्स निकला जो खुद को सफल बिजनेसमैन बताता था, महंगी गाड़ियों में घूमता था और दोहरी ज़िंदगी जी रहा था।
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी BMW जैसी महंगी कार से चलता था और खुद को समाजसेवी, कारोबारी और बड़ा इन्वेस्टर बताकर लोगों को धोखा देता था। किडनैपिंग के बाद उसने खुद को लंबे समय तक छिपा रखा और फिर रायबरेली जाकर सरेंडर कर दिया।
कौन है आरोपी?
आरोपी की पहचान अलीगढ़ के रहने वाले एक युवक के तौर पर हुई है। उसने पहले एक हिंदू युवती से शादी की और बाद में दूसरी शादी एक मुस्लिम महिला से की। दोनों पत्नियां उसके असली नाम, पहचान और जुर्म के बारे में अनजान थीं। उसने अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर खुद को एक प्रतिष्ठित व्यवसायी और रियल एस्टेट एजेंट बताया हुआ था।
कैसे हुई पहचान?
पुलिस ने जब अपहरण की जांच शुरू की तो कई सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल कॉल रिकॉर्ड और बैंक ट्रांजेक्शन की मदद से आरोपी तक पहुंचने की कोशिश की। एक जगह BMW कार की फुटेज से संदिग्ध की पहचान हुई। गाड़ी की डिटेल्स ट्रेस करने पर इसका कनेक्शन आरोपी से जुड़ा और आखिरकार लोकेशन ट्रेस कर ली गई।
284 किलोमीटर दूर रायबरेली में पुलिस ने दबाव बनाया तो आरोपी ने खुद ही वहां की कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
मकसद क्या था?
आरोपी का मकसद फिरौती नहीं बल्कि निजी रंजिश से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। डॉक्टर परिवार से उसका किसी पुराने प्रॉपर्टी डील को लेकर विवाद चल रहा था, जिसे लेकर वह बदला लेना चाहता था। कुछ सूत्रों का कहना है कि आरोपी को यह भी गलतफहमी थी कि डॉक्टर के पति के पास काफी पैसा है, जिससे उसे बड़ा फायदा हो सकता है।
दोहरी जिंदगी का पर्दाफाश:
पुलिस को जांच में यह भी पता चला कि आरोपी ने दोनों पत्नियों से अपनी असली पहचान छिपाई थी। एक पत्नी को वह बिजनेसमैन बता रहा था, वहीं दूसरी को उसने कहा कि वह सरकारी अधिकारी है। उसके पास फर्जी दस्तावेज और पहचान पत्र भी मिले हैं, जिनसे वह कई सालों से लोगों को धोखा देता रहा।
संपत्ति और लाइफस्टाइल:
जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी के पास कई बैंक अकाउंट, फर्जी कंपनियों के कागज़ात और लक्ज़री गाड़ियों का रिकॉर्ड है। उसने कुछ संपत्तियां पत्नी के नाम पर खरीदी थीं। BMW कार पर लगी नंबर प्लेट भी संदिग्ध पाई गई है।
पुलिस की कार्रवाई:
गोरखपुर पुलिस ने आरोपी को रायबरेली से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर गोरखपुर लाया है। उसके खिलाफ अपहरण, धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार करने और दोहरी शादी करने जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस उसकी वित्तीय जांच भी कर रही है।
सवाल जो उठ रहे हैं:
आरोपी इतनी बड़ी प्लानिंग कर कैसे फरार रहा?
क्या पुलिस को उसकी दोहरी जिंदगी का अंदाजा नहीं था?
क्या इसमें किसी अंदरूनी व्यक्ति की मदद थी?
इन सवालों के जवाब अभी जांच का विषय हैं। हालांकि, यह मामला पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है और भविष्य में ऐसे अपराधों को रोकने के लिए जरूरी सबक भी।
गोरखपुर की इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि अपराधी अब केवल बंदूक लेकर नहीं, बल्कि चमक-धमक और तकनीक के सहारे अपराध कर रहे हैं। BMW में घूमने वाला, दो शादियां करने वाला और सोशल मीडिया पर अपनी छवि चमकाने वाला यह आरोपी अब सलाखों के पीछे है। पुलिस की सतर्कता और डिजिटल जांच ने इस केस को सुलझाया, लेकिन यह भी साफ है कि समाज में ऐसे लोगों से सावधान रहने की ज़रूरत है।