
बलात्कार मामले में पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना दोषी करार, विशेष अदालत शनिवार को सुनाएगी सजा
बेंगलुरु से बड़ी खबर: यौन शोषण मामले में पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना दोषी करार
कर्नाटक की राजनीति में भूचाल लाने वाले बहुचर्चित यौन शोषण मामले में शनिवार को एक महत्वपूर्ण मोड़ आया, जब जनता दल (सेक्युलर) से निलंबित पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को एक विशेष अदालत ने बलात्कार के एक मामले में दोषी करार दिया।
यह फैसला यौन उत्पीड़न और बलात्कार के उन चार मामलों में से एक में आया है, जिनमें रेवन्ना के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।
क्या है मामला?
पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर आरोप है कि उन्होंने अपने फार्महाउस पर कार्यरत एक महिला हेल्पर के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए। इस महिला ने गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की।
जांच के दौरान सामने आए वीडियो फुटेज, चश्मदीद गवाहों के बयान और पीड़िता का मेडिकल परीक्षण अदालत में अहम सबूत साबित हुए।
चार केस दर्ज, एक में दोषी करार
प्रज्वल रेवन्ना पर अलग-अलग महिलाओं द्वारा कुल चार यौन उत्पीड़न और बलात्कार के मामले दर्ज कराए गए हैं।
इनमें से पहला मामला फार्महाउस की हेल्पर महिला से जुड़ा है, जिसमें आज उन्हें दोषी करार दिया गया।
बाकी मामलों में जांच और सुनवाई अभी जारी है।
अदालत का फैसला और अगला कदम
इस केस की सुनवाई कर रहे विशेष अदालत के न्यायाधीश संतोष गजानन भट ने शुक्रवार को रेवन्ना को दोषी ठहराया और कहा कि सजा का ऐलान 3 अगस्त (शनिवार) को किया जाएगा।
अदालत में अभियोजन पक्ष ने तर्क दिया कि रेवन्ना का व्यवहार “शक्ति और पद के दुरुपयोग का स्पष्ट उदाहरण” है। वहीं, बचाव पक्ष का कहना है कि यह एक राजनीतिक साजिश है और वे इस फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत में अपील करेंगे।
कौन हैं प्रज्वल रेवन्ना?
प्रज्वल रेवन्ना कर्नाटक की हासन लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं। वे पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवेगौड़ा के पोते और एच. डी. रेवन्ना के बेटे हैं।
2019 में पहली बार सांसद बनने वाले प्रज्वल को युवा नेता के तौर पर देखा जाता था, लेकिन अप्रैल 2024 में उन पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों ने उनके राजनीतिक करियर को गहरा झटका दिया।
वीडियो लीक और जेडीएस से निलंबन
मामला तब और गरमाया जब सोशल मीडिया पर रेवन्ना के कथित आपत्तिजनक वीडियो वायरल हो गए।
वीडियो में दिख रहे दृश्यों और पीड़ित महिलाओं के आरोपों को मिलाकर पुलिस ने केस को आगे बढ़ाया।
इसके तुरंत बाद जेडीएस ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया, और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने खुद को इस प्रकरण से अलग कर लिया।
राजनीतिक हलकों में हड़कंप
प्रज्वल रेवन्ना के दोषी ठहराए जाने की खबर के बाद कर्नाटक की राजनीति में हलचल तेज हो गई है।
विपक्षी दलों ने जेडीएस और रेवन्ना परिवार पर निशाना साधते हुए ‘पद का दुरुपयोग’ और ‘राजनीतिक संरक्षण’ देने का आरोप लगाया है।
कांग्रेस के प्रवक्ताओं ने कहा कि “यह सिर्फ एक व्यक्ति का मामला नहीं है, बल्कि यह दर्शाता है कि कैसे सत्ता और पहुंच का गलत इस्तेमाल किया गया।”
महिला संगठनों की प्रतिक्रिया
इस फैसले के बाद कई महिला संगठनों ने अदालत के फैसले की सराहना की है।
“यह महिलाओं की न्याय प्रणाली में आस्था को मजबूत करता है,” एक कार्यकर्ता ने कहा।
वहीं, उन्होंने बाकी तीन मामलों में भी त्वरित न्याय की मांग की है।
रेवन्ना की राजनीतिक भविष्य पर असर
रेप केस में दोषी करार दिए जाने के बाद रेवन्ना का राजनीतिक भविष्य लगभग खत्म माना जा रहा है।
यदि अदालत उन्हें लंबी सजा सुनाती है, तो यह लोकसभा सदस्यता रद्द और राजनीतिक प्रतिबंध की दिशा में निर्णायक कदम होगा।
अगली सुनवाई पर टिकी सबकी निगाहें
अब सबकी निगाहें शनिवार को होने वाली अगली सुनवाई पर टिकी हैं, जब अदालत रेवन्ना की सजा का एलान करेगी।
मामला बेहद संवेदनशील है, इसलिए प्रशासन ने अदालत परिसर और हासन जिले में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।
प्रज्वल रेवन्ना का मामला यह दर्शाता है कि राजनीतिक पहुंच और ताकत होने के बावजूद कानून के सामने सभी समान हैं।
इस फैसले से समाज में यह संदेश जाता है कि महिलाओं के साथ अन्याय और शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे आरोपी कितना भी बड़ा नाम क्यों न हो।