
बच्ची ने ‘राधे-राधे’ कहा तो प्रिंसिपल ने मुंह पर टेप चिपकाया, गिरफ्तार
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मेटा डिस्क्रिप्शन: उत्तर प्रदेश के स्कूल में बच्ची ने ‘राधे-राधे’ कहा तो प्रिंसिपल ने मुंह पर टेप चिपका दी, परिजनों की शिकायत पर महिला प्रिंसिपल को किया गया गिरफ्तार। जानें पूरा मामला।
उत्तर प्रदेश, 01 अगस्त 2025:
उत्तर प्रदेश के एक निजी स्कूल में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है, जहां मात्र ‘राधे-राधे’ बोलने पर एक मासूम बच्ची को सजा दी गई। यह घटना तब उजागर हुई जब बच्ची स्कूल से घर लौटी और माता-पिता को बताया कि प्रिंसिपल ने उसके मुंह पर टेप चिपका दी क्योंकि वह ‘राधे-राधे’ बोल रही थी। मामले ने तूल पकड़ लिया और पुलिस ने स्कूल प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या है पूरा मामला?
घटना उत्तर प्रदेश के एक निजी स्कूल की है। रिपोर्ट के अनुसार, एक छात्रा ने कक्षा में हल्के अंदाज में ‘राधे-राधे’ कह दिया। इससे नाराज होकर स्कूल की महिला प्रिंसिपल ने उसके मुंह पर टेप चिपका दी। बच्ची का कहना है कि वह पूरे दिन चुप रही और कुछ बोल नहीं पाई। घर जाकर उसने अपनी मां को बताया कि “मिस चिल्ला रही थीं और मैंने कुछ नहीं किया था।”
परिजन जब बेटी की हालत देखकर स्कूल पहुंचे तो जवाबदेही टालने की कोशिश की गई। बाद में, उन्होंने थाने में तहरीर दी जिसके बाद प्रिंसिपल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
परिजनों का गुस्सा और आक्रोश
बच्ची के पिता ने मीडिया से बातचीत में कहा,
“क्या अब धार्मिक शब्द भी अपराध हैं? मेरी बच्ची सिर्फ ‘राधे-राधे’ बोल रही थी, इसमें ऐसा क्या था जो उसके मुंह पर टेप चिपका दी गई?”
उन्होंने स्कूल प्रबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा कि बच्चों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने शिकायत के बाद तत्काल कार्रवाई करते हुए महिला प्रिंसिपल को गिरफ्तार किया। स्थानीय थाने के प्रभारी ने कहा:
“प्रथम दृष्टया में यह मामला मानसिक उत्पीड़न का प्रतीत होता है। बच्ची नाबालिग है और उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया है। आरोपी के खिलाफ IPC की संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया गया है।”
स्कूल प्रशासन की सफाई
स्कूल प्रशासन ने हालांकि मामले पर चुप्पी साधी हुई है, लेकिन अंदरूनी सूत्रों के अनुसार स्कूल जल्द ही एक प्रेस नोट जारी कर सकता है। वहीं कुछ शिक्षक इस कार्रवाई को अनुचित बता रहे हैं।
मनोवैज्ञानिक क्या कहते हैं?
बाल मनोवैज्ञानिक डॉ. निधि वर्मा के अनुसार:
“ऐसे मामलों से बच्चों में आत्मविश्वास की कमी हो जाती है और वे भयभीत हो जाते हैं। स्कूल जैसे संस्थानों में ऐसा व्यवहार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।”
धार्मिक शब्द पर सवाल क्यों?
बच्ची द्वारा ‘राधे-राधे’ कहना कोई अनुशासनहीनता नहीं मानी जा सकती। यह एक पारंपरिक धार्मिक अभिवादन है। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर जबरदस्त प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
कानूनी पहलू
अधिवक्ता राघवेंद्र मिश्रा के अनुसार,
“बच्ची के साथ यह व्यवहार बाल अधिकारों का उल्लंघन है। टेप चिपकाना न केवल मानसिक उत्पीड़न है, बल्कि यह शारीरिक सुरक्षा का भी हनन है। दोषी को कठोर सजा मिलनी चाहिए।”
सोशल मीडिया पर विरोध
यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। लोग महिला प्रिंसिपल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
#JusticeForGirl #RadheRadhe विवाद जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
इस घटना ने न केवल स्कूल प्रबंधन की संवेदनहीनता को उजागर किया है, बल्कि समाज को यह सोचने पर मजबूर किया है कि धार्मिक भावनाओं और बच्चों के मासूम व्यवहार को इतनी कठोरता से दबाना कहां तक जायज है।