
राहुल गांधी का चुनाव आयोग पर फिर हमला: कहा- हमारे पास धांधली के सबूत हैं, अब डेटा से करेंगे खुलासा
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर भारत निर्वाचन आयोग (ECI) को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि चुनाव में व्यापक स्तर पर धांधली हुई है और कांग्रेस अब उसके प्रमाण सामने लाएगी। राहुल गांधी ने यह दावा करते हुए कहा कि अब उनके पास इस धांधली के सबूत हैं और वे आंकड़ों के आधार पर इसका खुलासा करेंगे।
राहुल गांधी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. कई बार चुनाव आयोग पर निष्पक्षता की अनदेखी करने और सत्ता पक्ष के पक्ष में काम करने का आरोप लगा चुका है। राहुल ने इस बार सीधा हमला करते हुए न सिर्फ प्रक्रिया पर सवाल उठाए, बल्कि दावा किया कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने सबूत इकट्ठा कर लिए हैं।
राहुल गांधी का बड़ा दावा: “अब हमारे पास डेटा है”
कांग्रेस सांसद ने कहा,
> “हमने शुरुआत में ही कहा था कि लोकसभा चुनावों में गड़बड़ी हुई है। अब हमारे पास डेटा है जो यह साबित करता है। हम देश की जनता के सामने इसे लाएंगे। यह सिर्फ एक राजनीतिक बयान नहीं, बल्कि तथ्यात्मक साक्ष्यों पर आधारित होगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि उनके पास मतदान केंद्रवार डेटा, ईवीएम से जुड़ी विसंगतियां और कई अन्य तकनीकी जानकारियां हैं, जो यह दर्शाती हैं कि चुनाव निष्पक्ष नहीं रहे।
कांग्रेस का अगला कदम: चुनाव आयोग से जवाब की मांग
राहुल गांधी के इस दावे के बाद कांग्रेस ने संकेत दिया है कि वह जल्द ही एक विस्तृत रिपोर्ट जारी करेगी जिसमें तथाकथित चुनावी अनियमितताओं का ब्यौरा होगा। पार्टी सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस यह रिपोर्ट चुनाव आयोग को भी सौंपेगी और उसकी कार्यप्रणाली पर जवाब मांगेगी।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा,
> “देश में लोकतंत्र की रक्षा के लिए यह जरूरी है कि हम चुनाव आयोग की जवाबदेही तय करें। हमने एक विस्तृत डेटा-आधारित रिपोर्ट तैयार की है, जिसे हम सार्वजनिक करेंगे।”
चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया का इंतजार
अब तक चुनाव आयोग की ओर से राहुल गांधी के ताजा आरोपों पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन पिछले बयानों में आयोग ने विपक्ष के आरोपों को ‘बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित’ बताया है। हाल ही में एक प्रेस विज्ञप्ति में आयोग ने यह दोहराया था कि चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से कराए गए हैं।
ECI के अनुसार, चुनावी प्रक्रिया में किसी भी स्तर पर गड़बड़ी की कोई पुख्ता शिकायत नहीं आई और तकनीकी पहलुओं को लेकर भी हर कदम पर निगरानी रखी गई थी।
बीजेपी का पलटवार: राहुल का आरोप हताशा का संकेत
राहुल गांधी के आरोपों पर भाजपा ने तीखा पलटवार किया है। पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा,
> “राहुल गांधी को बार-बार हार का सामना करना पड़ा है, अब वे चुनाव आयोग और लोकतांत्रिक संस्थाओं पर सवाल उठाकर अपनी विफलताओं को छुपाना चाहते हैं। यह बयान उनकी हताशा का प्रतीक है।”
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को सबूत सार्वजनिक करने चाहिए, नहीं तो उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए।
राजनीतिक विश्लेषकों की राय
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राहुल गांधी का यह बयान विपक्ष को फिर से एकजुट करने की कोशिश हो सकता है। वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक योगेंद्र यादव ने कहा,
> “चुनाव आयोग पर ऐसे गंभीर आरोप तभी असर छोड़ते हैं जब उनके पीछे ठोस तथ्य हों। अगर कांग्रेस के पास आंकड़े हैं और वे सार्वजनिक किए जाते हैं, तो यह राजनीतिक विमर्श को नया मोड़ दे सकता है।”
विपक्षी एकता को मिल सकता है बल
राहुल गांधी के इस बयान से I.N.D.I.A. गठबंधन को भी एक नई धार मिल सकती है। पहले भी विपक्ष के कई नेता जैसे ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल और अखिलेश यादव चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठा चुके हैं। अगर कांग्रेस ने कोई ठोस डेटा सामने रखा, तो इससे विपक्षी दलों के बीच समन्वय और मजबूत हो सकता है।
राजनीतिक तूफान की आहट?
राहुल गांधी के इस ताजा आरोप ने राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी है। अब सबकी निगाहें कांग्रेस की उस रिपोर्ट पर टिकी हैं जिसे वह ‘सबूत’ के तौर पर पेश करने की बात कह रही है। यदि यह डेटा सार्वजनिक होता है और उसमें तथ्यात्मक ताकत होती है, तो यह आने वाले उपचुनावों और विधानसभा चुनावों में बड़ा मुद्दा बन सकता है।