ऑपरेशन सिंदूर के बाद अमेरिका पहुँचे फील्ड मार्शल आसिम मुनीर — किसे दिया निमंत्रण?

ऑपरेशन सिंदूर के बाद अमेरिका पहुँचे फील्ड मार्शल आसिम मुनीर — किसे दिया निमंत्रण?

ऑपरेशन सिंदूर के बाद दूसरी बार अमेरिका पहुँचे फील्ड मार्शल आसिम मुनीर — जनरल डैन केन को दिया पाकिस्तानी आमंत्रण

पाकिस्तान के आर्मी चीफ, फील्ड मार्शल आसिम मुनीर, अपने देश के चार दिवसीय ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद दो महीने के अंदर दूसरी बार अमेरिका पहुंचे हैं। इस सैन्य और राजनयिक दौरे के दौरान उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी और अब उन्होंने अमेरिकी जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के जनरल डैन केन को पाकिस्तान आने का निमंत्रण भी दिया है।

पीछला दौरा और बातचीत

जून 2025 में, ऑपरेशन सिंदूर के कुछ ही सप्ताह बाद, फील्ड मार्शल मुनीर को वाइट हाउस में ट्रंप द्वारा लगभग दो घंटे तक आमंत्रित किया गया था। इस मुलाकात में सीमा पर तनाव को शांत करने के लिए दोनों नेताओं की भूमिका को सराहा गया। ट्रंप ने सीरिया के खून खराबे से बाहर निकलने की पहल करने हेतु मुनीर की तारीफ़ की थी और मुलाकात में दोनों देशों के बीच व्यापार और रणनीतिक सहयोग पर बात हुई थी।

फिलहाल का अमेरिका दौरा और रक्षा सहयोग

अब, दो माह भी नहीं गुज़रे, फील्ड मार्शल मुनीर फिर अमेरिका पहुंचे हैं। इस बार उनका दौरा सेंट्रल कमांड (CENTCOM) के विदाई समारोह (Change of Command Ceremony) में शामिल होने के लिए है। सूर्य की इस कमान का नेतृत्व कर रहे जनरल माइकल कुरिल्ला की यह संगठित विदाई थी, जिन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान को “शानदार साझेदार” बताया था।

इस समारोह के दौरान, मुनीर ने CENTCOM के वर्तमान और आने वाले कमांडरों से मुलाकात कर, उनके नेतृत्व की प्रशंसा की और द्विपक्षीय सैन्य सहयोग की बातों पर ज़ोर दिया।

विशेष — आमंत्रण किसे दिया गया?
दूसरे दौरे के दौरान, पाकिस्तान आर्मी चीफ ने जनरल डैन केन को पाकिस्तान आमंत्रित किया — यह कदम दोनों देशों के मिलिट्री तंत्रों के मध्य आपसी समझ और साझा हितों को निर्देशित करता है।

राजनीतिक और सामरिक महत्व

उभरते द्विपक्षीय संबंध:
अमेरिका-पाकिस्तान के बीच सुझाव और कूटनीतिक वार्ता का माहौल हासिल हो रहा है, खासकर Operation Sindoor के बाद तनावपूर्ण संदर्भ में।

विश्लेषक प्रतिक्रिया:
कई भारतीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों ने इस दौरे को अमेरिकी और पाकिस्तानी संबंधों में गहरे सैन्य सहयोग के संकेत के रूप में देखा है। यूरोपीय और अमेरिकी पर्यवेक्षकों ने इसे “अमेरिका की पाकिस्तान के साथ सामरिक समीकरण को नए सिरे से देखना” बताया है।

भारत पर प्रभाव:
भारत, जो फिलहाल अमेरिका के साथ टैरिफ विवाद में उलझा हुआ है, इस दौरान डेमोक्रेटिक सहर्पाशी क्रिकेट को लेकर तनाव को कम करने की कोशिश कर रहा है। दूसरी ओर पाकिस्तान-यूएस संबंधों में जो तेजी देखी जा रही है, वह नई रणनीतिक चुनौतियों और अवसरों दोनों की ओर संकेत करता है।

इस प्रकार, फील्ड मार्शल आसिम मुनीर का अमेरिका का दोबारा दौरा, जो जून 2025 में ऑपरेशन सिंदूर के बाद शुरू हुआ था, अब एक नया मोड़ ले चुका है। इस दौरान जनरल डैन केन को पाकिस्तान के लिए आमंत्रित करना इस द्विपक्षीय सैन्य संवाद की बढ़ती महत्ता को दर्शाता है। यह सत्यापित संकेत है कि अमेरिका-पाक में न केवल सैन्य, बल्कि राजनैतिक और रणनीतिक समझ बना रही है और यह क्षेत्रीय स्थिरता में बड़ा योगदान दे सकता है।

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