
विपक्षी INDIA गठबंधन की रणनीति: साझा उम्मीदवार पर मन बनाना।
नई दिल्ली, 11 अगस्त 2025 – भारत में उपराष्ट्रपति पद के लिए राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। 21 जुलाई 2025 को तत्कालीन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया, जिससे उपराष्ट्रपति पद के लिए मध्यकालीन चुनाव कारगर हुआ ।
चुनाव की अधिसूचना जारी हो गई है: नामांकन की अंतिम तिथि 21 अगस्त जबकि मतदान और मतगणना 9 सितंबर को निर्धारित किए गए हैं ।
इधर विपक्षी INDIA (Indian National Developmental Inclusive Alliance) गठबंधन ने स्पष्ट किया है कि वह एक साझा उम्मीदवार उतारेगा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे गठबंधन के साथियों से संपर्क कर रहे हैं और इस पर बातचीत जारी है ।
INDIA ब्लॉक का उद्देश्य मात्र चुनाव लड़ना नहीं है, बल्कि एक राजनीतिक संदेश देना है—संख्या में कमजोर होने के बावजूद वह अपने मूल्यों को रेखांकित करना चाहता है । सूत्र बताते हैं कि गठबंधन एक नॉन-कांग्रेस प्रत्याशी की ओर झुक रहा है ताकि सभी दलों को एक साथ जोड़ने का संकेत मिल सके । बातचीत अभी प्रारंभिक चरण में हैं; कोई नाम तय नहीं हुआ है।
NDA: मोदी–नड्डा की मंजूरी से उम्मीदवार तय
वहीं, सत्ताधारी NDA (National Democratic Alliance) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा को उपराष्ट्रपति उम्मीदवार चुनने का अधिकार सौंपा है । यह निर्णय साफ संकेत देता है कि NDA के भीतर इस सीट पर चुनाव जीतने की उम्मीद है।
शिवसेना (Shiv Sena – UBT) नेता और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी NDA के उम्मीदवार को “निष्कम समर्थन” देगी, जिससे गठबंधन के विजय पथ में और मजबूती आएगी ।
रणनीतिक तुलना: साझा उम्मीदवार बनाम सुनिश्चित जीत
मुद्दा INDIA गठबंधन NDA गठबंधन
रणनीति साझा उम्मीदवार—राजनीतिक संदेश, एकता की कसौटी पर खरा उतरना नाम तय करने का अधिकार मोदी–नड्डा को; जीत की उम्मीद
उम्मीदवार चयन प्रारंभिक चर्चा; कोई नाम तय नहीं नामांकन शुरू, फिलहाल नाम आना शेष
उद्देश्य प्रतिद्वंद्विता दिखाना, विपक्षी एकता को स्थापित करना संवैधानिक पद हासिल करना, राजनीतिक प्रभुत्व कायम रखना
आगे की राह
वर्तमान स्थिति में:
INDIA गठबंधन का अगले कुछ दिनों में साझा उम्मीदवार घोषित करने का लक्ष्य है, जो राजनीतिक एकता और संदेश-केंद्रित होगा।
NDA मुकाबले में बीजेपी का उम्मीदवार पेश करेगा — मोदी और नड्डा के अनुमोदन के साथ — और विषमता के बावजूद उनकी जीत संभावित है।
21 अगस्त को नामांकन प्रक्रिया समाप्त होगी, और 9 सितंबर को चुनाव एवं मतगणना का आयोजन होगा ।
यह मुकाबला केवल पद के लिए नहीं, बल्कि राजनीति में संदेश, एकता और वैचारिक टकराव का भी प्रतीक बनता जा रहा है।