
उत्तराखंड में 1000 लोगों का रेस्क्यू, हिमाचल में 116 की मौत; यूपी-बिहार समेत कई राज्यों में तेज बारिश का अलर्ट
देश के कई राज्यों में भारी बारिश से हालात गंभीर होते जा रहे हैं। उत्तराखंड, हिमाचल, उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली-एनसीआर में पिछले 48 घंटों में मौसम ने बड़ा कहर बरपाया है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड में रेड अलर्ट जारी करते हुए यात्रियों और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। लगातार हो रही बारिश के चलते केदारनाथ यात्रा को अगले तीन दिनों के लिए रोक दिया गया है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर ठहरने और यात्रा पर फिलहाल न जाने का आग्रह किया है।
उत्तराखंड में बड़े पैमाने पर बचाव अभियान
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ जिलों में भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से कई जगह सड़कें बंद हो गई हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना के जवानों की मदद से अब तक करीब 1000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। कई गांवों का संपर्क टूटा हुआ है, जबकि अलकनंदा, मंदाकिनी और गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पास पहुंच गया है। राज्य सरकार ने सभी जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं।
हिमाचल में मौतों का आंकड़ा बढ़ा
हिमाचल प्रदेश में बारिश और भूस्खलन से अब तक 116 लोगों की मौत हो चुकी है। कांगड़ा, मंडी, शिमला और कुल्लू जिलों में हालात सबसे खराब हैं। कई जगहों पर घर, पुल और सड़कें बह गए हैं। राजधानी शिमला में रिज, मॉल रोड और लोअर बाजार जैसे इलाके पानी में डूब गए हैं। बारिश से मलबा गिरने के कारण 200 से ज्यादा सड़कें अब भी बंद हैं। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से 2000 करोड़ रुपये की तात्कालिक राहत राशि की मांग की है।
दिल्ली-एनसीआर में सुहाना मौसम, लेकिन खतरा भी
दिल्ली और आसपास के इलाकों में लगातार बारिश से तापमान में गिरावट आई है और मौसम सुहावना हो गया है। हालांकि, जगह-जगह जलभराव और ट्रैफिक जाम से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यमुना का जलस्तर भी बढ़ रहा है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन ने नदी किनारे रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।
यूपी और बिहार में अलर्ट
उत्तर प्रदेश और बिहार के कई जिलों में अगले 48 घंटों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। यूपी के गोरखपुर, लखीमपुर खीरी, बहराइच, बलरामपुर और सिद्धार्थनगर में बाढ़ की स्थिति बनने लगी है। बिहार के सीतामढ़ी, सुपौल, मधुबनी और दरभंगा जिलों में कोसी और बागमती नदियां उफान पर हैं। आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर और मेडिकल कैंप लगाने के निर्देश दिए हैं।
रेल और हवाई सेवाओं पर असर
बारिश और भूस्खलन के कारण उत्तर भारत में रेल यातायात प्रभावित हुआ है। उत्तराखंड और हिमाचल जाने वाली कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं, जबकि कुछ को डायवर्ट किया गया है। दिल्ली, देहरादून, चंडीगढ़ और शिमला एयरपोर्ट पर कई फ्लाइट्स देरी से चल रही हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक उत्तराखंड, हिमाचल, यूपी, बिहार और पूर्वोत्तर राज्यों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताई है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है और पहाड़ी इलाकों में अनावश्यक यात्रा से बचने को कहा गया है।
सरकार और राहत एजेंसियों की अपील
केंद्र और राज्य सरकारों ने संयुक्त रूप से रेस्क्यू और राहत कार्य तेज कर दिए हैं। लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करने की अपील की गई है। हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं ताकि आपात स्थिति में तुरंत मदद पहुंचाई जा सके।
बारिश से राहत की उम्मीद फिलहाल नहीं दिख रही है, लेकिन बचाव दल चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं ताकि जान-माल का नुकसान कम से कम हो। पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक मौसम की मार ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं, और आने वाले दिनों में सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव होगा।