
ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर Bob Simpson का निधन – ‘13-घंटे की मैराथन पारी’ और कप्तानी वापसी से बना था खेल का इतिहास
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की दुनिया आज एक महान खिलाड़ी और मार्गदर्शक से वंचित हो गई है। Bob Simpson, जिन्होंने एक लंबी और प्रेरणादायी यात्रा तय की—खिलाड़ी, कप्तान, कोच, और खेल सुधारक—उनका शनिवार, 16 अगस्त 2025 को सिडनी में 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनकी विरासत से क्रिकेट प्रेमियों को सदियों तक प्रेरणा मिलती रहेगी।
1. प्रारंभिक जीवन और पदार्पण
जन्म और शुरुआत
Robert Baddeley Simpson का जन्म 3 फरवरी 1936 में सिडनी के Marrickville में हुआ था। उन्होंने मात्र 16 वर्ष की आयु में न्यू साउथ वेल्स के लिए शेलफील्ड शील्ड पदार्पण किया।
मित्रता और सलामी जोड़ी
1960 के दशक में Bill Lawry के साथ उन्होंने एक लगातार और खतरनाक सलामी जोड़ बनाई जो ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ी की नीव बनी।
2. बल्लेबाज़ के रूप में करियर
ट्रिपल सेंचुरी की उपलब्धि
Simpson उन थोड़े खिलाड़ियों में से थे जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 300 से अधिक रन बनाए। 1964 में उन्होंने Old Trafford में England के खिलाफ 311 रन की अविश्वसनीय पारी खेली, जो आज भी सबसे लंबी और यादगार पारी में गिनी जाती है।
सांख्यिकी और आकांक्षाएं
उन्होंने कुल 62 टेस्ट मैचों में 4,869 रन बनाए, जिनमें 10 सेंचुरी और 71 विकेट शामिल हैं; साथ ही 110 कैच—एक शानदार फील्डिंग अवार्ड—भी उनके खाते में हैं।
3. कप्तानी और रिटायरमेंट से वापसी
पहली कप्तानी
Simpson ने Richie Benaud के नेतृत्व में ऑस्ट्रेलिया के लिए उप-कप्तान के रूप में शुरुआत की और 1964 से 1968 तक कप्तानी संभाली।
रिटायरमेंट और एक ऐतिहासिक वापसी
1968 में संन्यास के बाद 1977 में World Series Cricket के संकट के दौरान 41 वर्ष की उम्र में राष्ट्र के लिए खेलना उन्होंने स्वीकार किया। एक दशक बाद टीम को स्थिरता और नेतृत्व देने के लिए उनकी यह वापसी क्रांतिकारी निर्णय साबित हुई।
4. कोचिंग करियर और ‘सुनहरा युग’
पहला पूर्णकालिक कोच
1986 में ऑस्ट्रेलिया के पहले पूर्णकालिक कोच नियुक्त किए गए, Simpson ने नेतृत्व की शैली, अनुशासन, और फील्डिंग पर जोर देते हुए टीम की संरचना को बदल कर रख दिया।
उल्लेखनीय उपलब्धियाँ
1987 में पहला क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतना
1989 और उसके बाद चार अशेज़ जीतना
1995 में टेस्ट क्रिकेट में West Indies को उनके गढ़ में हराना
इन सफलताओं ने ऑस्ट्रेलिया को विश्व-क्रिकेट में पुनः शीर्ष पर स्थापित कर दिया।
5. विविध भूमिकाएँ – देश के लिए, खेल के लिए
अंतरराष्ट्रीय योगदान
खिलाड़ी, कप्तान, कोच के रूप में ही नहीं, Simpson ICC के कानून समिति में शामिल रहे, और क्रिकेट की नीतियों को बेहतर बनाने में सहायता की।
सम्मान और पुरस्कार
1978 में Order of Australia के सदस्य
2007 में Officer (AO)
Sport Australia Hall of Fame (1985) और Australian Cricket Hall of Fame (2006) में शामिल
6. श्रद्धांजलि और प्रतिक्रिया
सरकारी प्रतिक्रिया
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री Anthony Albanese ने (पूर्व ट्विटर) पर लिखा।
मालिश और सम्मान
Cricket Australia ने South Africa के खिलाफ ODI मैच से पहले टीम को काले बांहबंद पहनने और एक मिनट का मौन दिलाने का निर्णय लिया।
Bob Simpson केवल एक खिलाड़ी नहीं थे; वे क्रिकेट का प्रतीक, संरक्षक, और कोचिंग के अग्रदूत रहे। 13-घंटे की उत्तरदायित्वपूर्ण पारी हो या कप्तानी से नई दिशा — उन्होंने हर क्षेत्र में योगदान दिया। उनकी दार्शनिक सोच, अनुशासन और क्रिकेट को बेहतर बनाने का जुनून, आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बना रहेगा।