
रांची। झारखंड में ऊर्जा क्षेत्र को और अधिक पारदर्शी व प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए राज्यपाल माननीय संतोष कुमार गंगवार ने रविवार को राज भवन स्थित दरबार हॉल में आयोजित विशेष समारोह में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) श्री नवनीत कुमार को झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग (Jharkhand State Electricity Regulatory Commission – JSERC) के अध्यक्ष पद की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहे। शपथ ग्रहण के उपरांत राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने नव नियुक्त अध्यक्ष को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई दी। इस मौके पर झारखंड सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी, उच्च न्यायालय से जुड़े प्रतिनिधि, ऊर्जा विभाग के पदाधिकारी तथा समाज के गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।
न्यायमूर्ति नवनीत कुमार का अनुभव
झारखंड उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश नवनीत कुमार का न्यायिक क्षेत्र में लंबा अनुभव रहा है। उन्होंने न्यायपालिका में रहते हुए कई ऐतिहासिक निर्णय दिए हैं। उनके प्रशासनिक और न्यायिक अनुभव से यह उम्मीद की जा रही है कि राज्य में बिजली व्यवस्था, उपभोक्ता हितों की रक्षा और ऊर्जा क्षेत्र के बेहतर नियमन में नई गति मिलेगी।
झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग की भूमिका
झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग (JSERC) राज्य की बिजली व्यवस्था को नियंत्रित और व्यवस्थित करने वाली सर्वोच्च संस्था है। आयोग का प्रमुख उद्देश्य है—
उपभोक्ताओं को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध कराना
ऊर्जा क्षेत्र में पारदर्शिता और प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करना
बिजली उत्पादन, प्रसारण और वितरण से जुड़ी नीतियों का नियमन करना
उपभोक्ताओं की शिकायतों का त्वरित समाधान करना
श्री नवनीत कुमार के नेतृत्व में यह आयोग ऊर्जा क्षेत्र से जुड़ी चुनौतियों, जैसे बिजली की उपलब्धता, वितरण तंत्र की मजबूती और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान देगा।
राज्यपाल का संबोधन
राज्यपाल श्री संतोष कुमार गंगवार ने शपथ ग्रहण के अवसर पर कहा कि झारखंड ऊर्जा संसाधनों से समृद्ध राज्य है और यहां बिजली की आपूर्ति में और भी सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आयोग के नए अध्यक्ष अपने अनुभव और दृष्टिकोण से राज्य की ऊर्जा व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी एवं उपभोक्ता केंद्रित बनाएंगे।
मुख्यमंत्री का वक्तव्य
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि झारखंड सरकार जनता को निर्बाध और किफायती बिजली उपलब्ध कराने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि न्यायमूर्ति नवनीत कुमार के नेतृत्व में झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग उपभोक्ता हितों की रक्षा करेगा और राज्य को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
ऊर्जा क्षेत्र की चुनौतियां
झारखंड जैसे औद्योगिक राज्य में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की स्थिति को और मजबूत करना, शहरी इलाकों में निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करना और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देना आयोग के सामने बड़ी चुनौतियां हैं। इसके साथ ही उपभोक्ताओं की शिकायतों का निवारण, बिजली दरों में संतुलन और ऊर्जा कंपनियों की जवाबदेही भी अहम मुद्दे हैं।
नई उम्मीदें और संभावनाएं
नव नियुक्त अध्यक्ष न्यायमूर्ति नवनीत कुमार से राज्य की जनता को बड़ी उम्मीदें हैं। उपभोक्ताओं को विश्वास है कि आयोग अब और अधिक सक्रिय भूमिका निभाएगा। उद्योग जगत भी अपेक्षा कर रहा है कि ऊर्जा आपूर्ति में सुधार से निवेश और औद्योगिक विकास को गति मिलेगी।
समारोह का माहौल
शपथ ग्रहण समारोह गरिमामय और सादगीपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ। राज भवन का दरबार हॉल अधिकारियों, गणमान्य व्यक्तियों और मीडिया प्रतिनिधियों की उपस्थिति से भरा रहा। समारोह में उपस्थित लोगों ने नए अध्यक्ष का स्वागत किया और उनके कार्यकाल के सफल रहने की कामना की।
झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग के नए अध्यक्ष के रूप में न्यायमूर्ति नवनीत कुमार की नियुक्ति से राज्य की बिजली व्यवस्था में सुधार की उम्मीद जगी है। राज्यपाल और मुख्यमंत्री दोनों ने जो भरोसा व्यक्त किया है, वह इस बात को रेखांकित करता है कि आने वाले समय में झारखंड ऊर्जा क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगा।