
आज 27 अगस्त 2025 को पूरे देश में गणेश चतुर्थी का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह से ही मंदिरों और घरों में श्रद्धालु गणपति बप्पा मोरया के जयकारे लगा रहे हैं। महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली समेत पूरे भारत में गणेशोत्सव का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है। लोग एक-दूसरे को गणेश चतुर्थी 2025 की शुभकामनाएं संदेश और सोशल मीडिया स्टेटस भेज रहे हैं।
पर्व का महत्व
गणेश चतुर्थी का त्योहार भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। हिंदू मान्यता के अनुसार, गणपति जी को विघ्नहर्ता और मंगलकर्ता कहा जाता है। जीवन में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करने और सफलता प्राप्त करने के लिए भक्त गणेश जी की पूजा करते हैं।
इस दिन घरों और पंडालों में गणेश प्रतिमा की स्थापना कर भक्त 10 दिनों तक गणपति की आराधना करते हैं। अंतिम दिन यानी अनंत चतुर्दशी को गणेश विसर्जन किया जाता है, जिसे “गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ” के नारों के बीच हर्षोल्लास से संपन्न किया जाता है।
देशभर में उत्सव का नजारा
1. महाराष्ट्र में भव्य आयोजन
मुंबई, पुणे और नागपुर में गणेशोत्सव का माहौल देखते ही बनता है। लालबागचा राजा, सिद्धिविनायक मंदिर और अंधेरी के पंडालों में लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। जगह-जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन-कीर्तन और सामाजिक संदेशों के मंचन हो रहे हैं।
2. उत्तर भारत में उत्साह
दिल्ली, लखनऊ, पटना और वाराणसी में भी भक्तों ने भव्य गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की। स्कूल-कॉलेजों और सोसाइटियों में रंगारंग कार्यक्रम हो रहे हैं।
3. दक्षिण भारत में पारंपरिक रंग
आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक में विशेष पूजा-अर्चना की गई। लोग नारियल, मोदक और मिठाइयों का भोग लगा रहे हैं
सोशल मीडिया पर गणपति बप्पा
गणेश चतुर्थी पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे Facebook, Instagram और WhatsApp पर शुभकामनाओं का तांता लगा है। लोग Happy Ganesh Chaturthi 2025 Wishes, Quotes, Images शेयर कर रहे है
इस गणेश चतुर्थी पर आपके जीवन में सफलता और समृद्धि का आगमन हो।
भोग और प्रसाद
गणपति जी को सबसे प्रिय मोदक और लड्डू का भोग लगाया जाता है। मान्यता है कि मोदक का सेवन करने से बुद्धि और समृद्धि बढ़ती है। भक्त अपने घरों में विशेष व्यंजन बनाकर भगवान गणेश को अर्पित करते हैं।
पर्यावरण मित्र गणेश उत्सव
इस साल देशभर में पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए इको-फ्रेंडली गणेश मूर्तियों की स्थापना पर जोर दिया गया है। कई संस्थाएं और युवा समूह प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों की जगह मिट्टी से बनी प्रतिमाएं स्थापित कर रहे हैं। विसर्जन के समय प्राकृतिक जलस्रोतों को प्रदूषित न करने की अपील की जा रही है।
श्रद्धालुओं में उत्साह
लोग सुबह से ही मंदिरों में कतार लगाकर भगवान गणेश के दर्शन कर रहे हैं। महाराष्ट्र और गुजरात में ढोल-ताशों और नृत्य के साथ शोभायात्राएं निकाली जा रही हैं। राजधानी दिल्ली में भी विभिन्न पंडालों में भव्य आरती और सजावट देखने को मिल रही है।
गणेश चतुर्थी 2025 पूरे देश को एकजुट करने वाला पर्व है। यह न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक भी है। गणपति बप्पा की पूजा के साथ लोगों के दिलों में नई ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार हो रहा है।