
रांची में कचरा उठाव ठप, भुगतान विवाद बना वजह
रांची: राजधानी रांची में सफाई व्यवस्था एक बार फिर ठप होने की कगार पर पहुंच गई है। नगर निगम द्वारा कचरा उठाने के कार्य में लगे ट्रैक्टर संचालकों ने भुगतान न मिलने के विरोध में आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है। इस हड़ताल के चलते शहरभर में कचरा संग्रहण पूरी तरह प्रभावित हो गया है। प्रमुख बाजारों, आवासीय इलाकों और अस्पतालों के आसपास कचरे के ढेर लगने का खतरा बढ़ गया है।
क्या है विवाद का कारण?
ट्रैक्टर संचालकों का कहना है कि पिछले कई महीनों से उनका भुगतान लंबित है। बार-बार शिकायत और मांग करने के बावजूद नगर निगम प्रशासन ने बकाया राशि जारी नहीं की। संचालकों ने आरोप लगाया कि जब तक उनका भुगतान नहीं होगा, वे कोई काम नहीं करेंगे।
“हमने कई बार नगर निगम को याद दिलाया, लेकिन हमारी सुनवाई नहीं हो रही। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम और रखरखाव खर्च के बीच बिना भुगतान के काम करना संभव नहीं है,” एक ट्रैक्टर संचालक ने बताया।
नगर निगम की सफाई व्यवस्था पर सीधा असर
रांची नगर निगम के तहत रोजाना सैकड़ों टन कचरा उठाया जाता है। यह कार्य मुख्य रूप से निजी ठेकेदारों और ट्रैक्टर संचालकों के जरिए किया जाता है। हड़ताल शुरू होने से शहर के बड़े हिस्से में सफाई अभियान ठप हो गया है। यदि जल्द समाधान नहीं निकला, तो शहर में गंदगी फैलने और बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
प्रशासन ने क्या कहा?
नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि भुगतान की प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।
“हम संचालकों से बातचीत कर रहे हैं। उनकी जायज मांगों को जल्द पूरा करने का प्रयास होगा। फिलहाल शहर की सफाई व्यवस्था को सुचारु रखने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था पर भी विचार किया जा रहा है,” निगम के एक अधिकारी ने कहा।
शहरवासियों में नाराजगी
कचरा उठाव बंद होने से आम नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुछ इलाकों में लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की। उनका कहना है कि नगर निगम को समय पर भुगतान करके ऐसी स्थिति से बचना चाहिए था।
“त्योहारी सीजन आने वाला है और इस समय कचरा उठाव रुकना लोगों के लिए परेशानी खड़ी करेगा। इससे डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है,” एक स्थानीय निवासी ने कहा।
हड़ताल कब तक चलेगी?
ट्रैक्टर संचालकों ने स्पष्ट कहा है कि जब तक उनकी बकाया राशि का भुगतान नहीं किया जाएगा, हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो वे धरना-प्रदर्शन का दायरा बढ़ाएंगे।
स्वच्छता पर असर और संभावित संकट
रांची पहले से ही स्वच्छता रैंकिंग में पिछड़ता रहा है। ऐसे में कचरा उठाव बंद होना शहर की स्थिति को और बिगाड़ सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर तीन से चार दिन तक कचरा नहीं उठा तो दुर्गंध और संक्रमण का खतरा काफी बढ़ जाएगा।
आगे क्या?
नगर निगम और ट्रैक्टर संचालक संघ के बीच आज शाम बैठक होने की संभावना है। उम्मीद है कि किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जाएगा। फिलहाल, नागरिकों को भी अपील की गई है कि वे कचरा खुले में न फेंकें और प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करें।
रांची में कचरा उठाने वाले ट्रैक्टर संचालकों की हड़ताल ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि शहर की सफाई व्यवस्था कितनी संवेदनशील है। समय पर भुगतान और प्रशासनिक लापरवाही से बचकर ही इस तरह की समस्याओं को रोका जा सकता है।