
अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक प्रतिष्ठित स्कूल में क्लास 10 के छात्र की हत्या कर दी गई। यह पूरी वारदात स्कूल के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि छात्र नयन 7 मिनट तक अपने पेट को पकड़े लड़खड़ाता रहा, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। बताया जा रहा है कि नयन के ही एक सहपाठी ने पेपर कटर से उस पर वार कर दिया था।
घटना कैसे हुई?
मामला अहमदाबाद के सेंट जेवियर्स स्कूल (नाम काल्पनिक) का है। जानकारी के मुताबिक 10वीं कक्षा के छात्र नयन का अपने क्लासमेट से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपी छात्र ने अपने पास रखा पेपर कटर निकालकर नयन पर हमला कर दिया। तेज धार वाले ब्लेड से उसके पेट में गहरा घाव हो गया।
सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि हमला होने के बाद नयन क्लासरूम से बाहर भागने की कोशिश करता है। वह पेट पकड़े करीब 7 मिनट तक लड़खड़ाता रहा और आखिरकार जमीन पर गिर पड़ा। स्कूल स्टाफ और साथी छात्र उसे अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
7 मिनट का CCTV फुटेज
वीडियो फुटेज इस वारदात का सबसे बड़ा सबूत बन गया है। इसमें साफ दिखता है कि नयन लगातार पेट पकड़कर इधर-उधर चलता रहा। उसकी पीड़ा देखकर भी कुछ देर तक कोई मदद के लिए आगे नहीं बढ़ा। इस लापरवाही पर अब सवाल खड़े हो रहे हैं।
स्कूल प्रशासन पर सवाल
इस घटना के बाद अभिभावकों और स्थानीय लोगों ने स्कूल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
आखिर कैसे एक छात्र पेपर कटर जैसी धारदार चीज क्लासरूम में ले आया?
स्कूल में सुरक्षा जांच क्यों नहीं होती?
शिक्षक और स्टाफ मौके पर तुरंत मदद क्यों नहीं कर पाए?
लोगों का कहना है कि स्कूल ने सुरक्षा को लेकर गंभीर लापरवाही बरती है।
आरोपी छात्र को हिरासत में लिया गया
पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपी छात्र को हिरासत में ले लिया है। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि दोनों छात्रों के बीच पहले से विवाद चल रहा था। आरोपी ने गुस्से में आकर हमला कर दिया। पुलिस अब हत्या के पीछे की पूरी वजह तलाश रही है।
माता-पिता का दर्द
नयन के माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने कहा कि उन्होंने बेटे को पढ़ाई के लिए स्कूल भेजा था, लेकिन उसे वापस लाश के रूप में घर लाना पड़ा। परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
सोशल मीडिया पर गुस्सा
जैसे ही घटना की खबर फैली, सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। ट्विटर (X) और फेसबुक पर #JusticeForNayan ट्रेंड करने लगा। लोग स्कूल प्रशासन और शिक्षा विभाग से सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
विशेषज्ञों की राय
मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि इस तरह की हिंसक प्रवृत्ति बच्चों में बढ़ रही है।
बच्चों पर पढ़ाई और प्रतिस्पर्धा का दबाव
डिजिटल गेम्स और हिंसक कंटेंट का असर
परिवार और स्कूल में संवाद की कमी
ये सभी वजहें किशोरों को हिंसा की ओर धकेल रही हैं।
शिक्षा विभाग हरकत में
गुजरात शिक्षा विभाग ने घटना पर संज्ञान लेते हुए जांच कमेटी गठित कर दी है। साथ ही सभी स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे छात्रों की सुरक्षा और बैग चेकिंग की व्यवस्था मजबूत करें।
अहमदाबाद का यह मामला पूरे देश के लिए चेतावनी है। बच्चों की सुरक्षा, स्कूल की जिम्मेदारी और शिक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। अब जरूरत है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में कोई और परिवार अपने बच्चे को इस तरह ना खोए।