
आज की व्यस्त जीवनशैली और अनियमित खान-पान के कारण पेट से जुड़ी समस्याएं बहुत आम हो गई हैं। इनमें सबसे सामान्य समस्या है पेट में गैस बनना। अक्सर लोग इसे हल्की समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन अगर यह परेशानी बार-बार हो रही है या पूरे दिन एसिडिटी की शिकायत बनी रहती है तो यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, पाचन तंत्र की कई समस्याएं गैस बनने से जुड़ी होती हैं और समय रहते ध्यान न देने पर यह स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
पेट में गैस बनने का मुख्य कारण गलत खान-पान, तैलीय और मसालेदार भोजन का अधिक सेवन, लंबे समय तक खाली पेट रहना, अधिक तनाव लेना और पानी कम पीना हो सकता है। इसके अलावा जीवनशैली में शारीरिक गतिविधि की कमी भी गैस बनने की समस्या को बढ़ा देती है।
विशेषज्ञ बताते हैं कि जब पेट में लगातार गैस बनने लगे तो यह केवल अपच का संकेत नहीं है, बल्कि यह कुछ गंभीर बीमारियों की शुरुआत भी हो सकती है।
गैस से जुड़ी संभावित बीमारियां
पेप्टिक अल्सर – पेट में अल्सर होने पर अक्सर गैस, जलन और दर्द की समस्या बनी रहती है।
इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS) – इस बीमारी में बार-बार गैस, पेट फूलना और कब्ज जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
गैस्ट्राइटिस – पेट की झिल्ली में सूजन होने पर गैस और एसिडिटी बार-बार परेशान करती है।
लैक्टोज इंटॉलरेंस – दूध या डेयरी उत्पाद लेने पर गैस बनना इसका प्रमुख लक्षण है।
गॉल ब्लैडर स्टोन – पित्ताशय की पथरी होने पर भी पेट में भारीपन और गैस बनने की समस्या सामने आती है।
लीवर से जुड़ी दिक्कतें – अगर लीवर ठीक से काम नहीं कर रहा तो पाचन बिगड़ता है और गैस ज्यादा बनने लगती है।
कब करें डॉक्टर से संपर्क
अगर गैस की समस्या लंबे समय तक बनी रहे, पेट में तेज दर्द हो, बार-बार एसिडिटी हो, या खाना खाने के बाद पेट ज्यादा फूलने लगे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। समय रहते सही इलाज मिलने पर कई गंभीर बीमारियों को रोका जा सकता है।
रोकथाम के उपाय
गैस से बचने के लिए संतुलित आहार लें, ताजे फल और सब्जियां खाएं, तैलीय और मसालेदार भोजन से परहेज करें, ज्यादा देर तक खाली पेट न रहें और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। इसके साथ ही रोजाना हल्का व्यायाम या योग करना भी लाभकारी हो सकता है।
इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है। यह किसी भी तरह से चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। स्वास्थ्य संबंधी किसी भी समस्या की स्थिति में हमेशा योग्य चिकित्सक से परामर्श लें।