
चाईबासा जिले के चक्रधरपुर रेलमंडल अंतर्गत मनोहरपुर रेलवे यार्ड में शुक्रवार देर रात एक बड़ा रेल हादसा हो गया। यहां एक इंजन मालगाड़ी से टकरा गया, जिससे रेलवे यार्ड में अफरा-तफरी मच गई। इस टक्कर में दो रेलकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद रेल प्रशासन और स्थानीय पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया
हादसे की विस्तृत जानकारी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा रात लगभग 2:30 बजे हुआ। मनोहरपुर यार्ड में खड़ी एक मालगाड़ी के पास इंजन को शंटिंग कार्य के लिए लाया जा रहा था। इसी दौरान अचानक ब्रेक फेल होने या मानवीय त्रुटि की वजह से इंजन ने मालगाड़ी को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि मालगाड़ी के दो डिब्बे आंशिक रूप से पटरी से उतर गए और यार्ड में काम कर रहे दो रेलकर्मी घायल हो गए।
घायलों की स्थिति और इलाज
घायलों की पहचान रेलकर्मी रामचंद्र महतो और अशोक तिवारी के रूप में हुई है। दोनों को तुरंत रेलवे अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए चाईबासा सदर अस्पताल रेफर किया गया। डॉक्टरों के अनुसार उनकी स्थिति स्थिर है और खतरे से बाहर बताया जा रहा है।
हादसे के कारणों की जांच शुरू
रेल प्रशासन ने घटना की जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी का गठन कर दिया है। प्रारंभिक जांच में मानवीय गलती और सिग्नलिंग सिस्टम की त्रुटि दोनों को संभावित कारण माना जा रहा है। चक्रधरपुर रेलमंडल के मंडल रेल प्रबंधक (DRM) ने बताया कि विस्तृत जांच रिपोर्ट आने के बाद जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रेलवे यातायात पर असर
हालांकि यह हादसा यार्ड के भीतर हुआ, फिर भी कुछ समय के लिए मालगाड़ियों की आवाजाही प्रभावित रही। यात्री ट्रेनों के संचालन पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ा, लेकिन मालगाड़ी रूट को कुछ घंटों के लिए डायवर्ट करना पड़ा। मरम्मत कार्य युद्धस्तर पर चलाया गया और सुबह तक यातायात सामान्य कर दिया गया।
स्थानीय प्रशासन और राहत कार्य
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और जीआरपी (GRP) की टीम मौके पर पहुंची। राहत एवं बचाव कार्य तुरंत शुरू किया गया। घायलों को प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराई गई और मौके पर रेलवे कर्मचारियों की एक टीम को तैनात किया गया।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने इस घटना को लेकर रेलवे प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठाए। उनका कहना है कि पिछले कुछ समय से यार्ड में शंटिंग कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों का सही तरीके से पालन नहीं किया जा रहा है। कई बार शिकायत के बावजूद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

इस तरह की घटनाओं पर रोक कैसे लगे?

इस तरह की घटनाओं पर रोक कैसे लगे?
रेल विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए रेलवे को निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:
1. सिग्नलिंग सिस्टम को अपग्रेड करना।
2. शंटिंग के दौरान सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना।
3. कर्मचारियों को नियमित प्रशिक्षण देना।
4. इंजन और ब्रेक सिस्टम की समय-समय पर जांच।
रेलवे प्रशासन का बयान
चक्रधरपुर रेलमंडल के डीआरएम ने कहा, “यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारी प्राथमिकता घायलों का बेहतर इलाज और दोषियों की पहचान है। हम इस तरह की घटनाओं को दोबारा होने से रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।”