
जमशेदपुर। झारखंड में लगातार बढ़ते अपराध ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ताजा मामला जमशेदपुर का है, जहां दो अलग-अलग लूटकांड की घटनाओं ने लोगों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं बीजेपी नेता रघुवर दास ने राज्य सरकार पर सीधा हमला बोला और कहा कि पूरे झारखंड में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है।
जमशेदपुर में लगातार अपराध से दहशत
हाल के दिनों में जमशेदपुर में आपराधिक घटनाओं का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। दो दिन पहले शहर में दो अलग-अलग लूट की घटनाओं ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए। पहली घटना में बदमाशों ने दिनदहाड़े व्यापारी से लाखों रुपये लूट लिए, वहीं दूसरी वारदात में बाइक सवार अपराधियों ने राहगीर से मोबाइल और नकदी छीन ली। इन घटनाओं के बाद स्थानीय लोगों में डर का माहौल है और प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं।
रघुवर दास का सीधा हमला
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने घटनाओं की निंदा करते हुए राज्य सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, “आज झारखंड में कोई भी सुरक्षित नहीं है। अपराधी बेखौफ होकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं और सरकार सिर्फ बयानबाजी में व्यस्त है। पूरे राज्य में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है।”
उन्होंने आगे कहा कि अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि अब पुलिस भी उनके सामने बेबस दिखाई दे रही है।
विपक्ष का आरोप – सरकार पूरी तरह फेल
बीजेपी समेत विपक्षी दलों का आरोप है कि हेमंत सरकार कानून-व्यवस्था संभालने में नाकाम रही है। विपक्ष का कहना है कि आए दिन हो रही लूट, हत्या, अपहरण जैसी घटनाओं से यह साबित होता है कि सरकार अपराध रोकने में असफल है।
रघुवर दास ने कहा कि अगर सरकार अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा पा रही है तो उन्हें सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
अपराध से प्रभावित जनता
जमशेदपुर समेत पूरे झारखंड के लोग लगातार अपराध की चपेट में आ रहे हैं। व्यावसायिक इलाकों में व्यापारी और कारोबारी सबसे ज्यादा निशाने पर हैं। व्यापारियों का कहना है कि पुलिस गश्ती कागजों में ही सीमित रह गई है, जबकि अपराधी खुलेआम वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि शाम होते ही शहर की सड़कों पर निकलना जोखिम भरा हो गया है।
पुलिस की सफाई
वहीं, पुलिस प्रशासन का कहना है कि घटनाओं की जांच चल रही है और अपराधियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। अधिकारियों ने दावा किया कि दोनों मामलों में सुराग मिल चुके हैं और अपराधियों की पहचान की जा रही है। हालांकि, आम जनता पुलिस की इस दलील से संतुष्ट नजर नहीं आ रही है।
राजनीतिक गर्मी तेज
जमशेदपुर में हुई लूटकांड की घटनाओं ने राजनीतिक पारा भी चढ़ा दिया है। बीजेपी लगातार सरकार को घेरने में जुटी है, वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और कांग्रेस का कहना है कि विपक्ष सिर्फ राजनीति कर रहा है। सत्ता पक्ष का कहना है कि अपराध की घटनाओं पर काबू पाने के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत है।
अपराध नियंत्रण की मांग
व्यापारियों और स्थानीय संगठनों ने मांग की है कि सरकार को सख्त कदम उठाने होंगे। सीसीटीवी कैमरे लगाने, गश्ती बढ़ाने और पुलिस की संख्या बढ़ाने की मांग लगातार हो रही है। सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब तक प्रशासनिक सख्ती नहीं होगी, अपराधियों के हौसले कम नहीं होंगे।
रघुवर दास की अपील
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आम जनता से भी अपील की कि वे अपराध के खिलाफ एकजुट हों और अपनी सुरक्षा के लिए जागरूक रहें। उन्होंने कहा कि बीजेपी जनता की सुरक्षा को लेकर सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ने को तैयार है।
जमशेदपुर में दो लूटकांड की घटनाओं ने झारखंड की कानून-व्यवस्था को लेकर नई बहस छेड़ दी है। जहां एक ओर जनता असुरक्षित महसूस कर रही है, वहीं राजनीतिक दल इसे मुद्दा बनाकर सरकार पर हमलावर हैं। अब देखना यह होगा कि सरकार और प्रशासन अपराध पर रोक लगाने के लिए कितनी तेजी से कदम उठाते हैं।