
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली आगामी द्विपक्षीय सीरीज के लिए टीम इंडिया का ऐलान कर दिया है। इस बार सबसे बड़ा बदलाव यह है कि मध्यक्रम के भरोसेमंद बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अय्यर को कप्तान बनाए जाने का फैसला बीसीसीआई और चयन समिति का एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है।
श्रेयस अय्यर को क्यों मिली कप्तानी?
पिछले कुछ समय से टीम इंडिया में कप्तानी को लेकर कई बदलाव देखने को मिले हैं। रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गजों के आंशिक संन्यास और वर्कलोड मैनेजमेंट के बीच चयनकर्ताओं ने युवा खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने की योजना बनाई थी। इस बीच, अय्यर को कप्तान बनाने का फैसला काफी अहम है।
एशिया कप 2025 में श्रेयस अय्यर को जगह नहीं मिली थी और इसी कारण चयन समिति की आलोचना भी हुई थी। मगर अब ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम के खिलाफ उन्हें कप्तान बनाकर बीसीसीआई ने यह साफ संदेश दिया है कि अय्यर भारतीय क्रिकेट के भविष्य के बड़े नेता हो सकते हैं।
टीम इंडिया का संभावित स्क्वॉड
चयनकर्ताओं ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए संतुलित टीम चुनी है। स्क्वॉड में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का बेहतरीन मिश्रण दिख रहा है।
कप्तान: श्रेयस अय्यर
वाइस कैप्टन: केएल राहुल
सलामी बल्लेबाज: शुभमन गिल, रुतुराज गायकवाड़
मध्यक्रम: सूर्यकुमार यादव, संजू सैमसन, तिलक वर्मा
ऑलराउंडर: हार्दिक पांड्या, रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल
गेंदबाज: जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव

कप्तानी का अनुभव और श्रेयस अय्यर का करियर

कप्तानी का अनुभव और श्रेयस अय्यर का करियर
श्रेयस अय्यर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में दिल्ली कैपिटल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए कप्तानी कर चुके हैं। उनकी कप्तानी शैली संतुलित और आक्रामक मानी जाती है। वह परिस्थितियों को समझकर रणनीति बनाने में माहिर हैं।
अय्यर ने अब तक भारत के लिए 50 से अधिक वनडे और 40 से ज्यादा टी-20 मुकाबले खेले हैं। उन्होंने कई बार संकट की घड़ी में टीम को संभाला है। उनका स्ट्राइक रेट और औसत दोनों ही टीम के लिए मजबूत स्तंभ साबित होते हैं।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज क्यों है खास?
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मुकाबला हमेशा से ही रोमांचक रहा है। चाहे वह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हो या सीमित ओवरों की सीरीज, दोनों देशों के बीच क्रिकेट फैन्स के लिए एक जश्न से कम नहीं होता।
इस बार सीरीज खास इसलिए भी है क्योंकि श्रेयस अय्यर पहली बार राष्ट्रीय टीम की कप्तानी कर रहे हैं। उनके सामने चुनौती होगी कि वह खिलाड़ियों को एकजुट कर जीत दर्ज कराएं।
चयनकर्ताओं की रणनीति
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि चयन समिति अब धीरे-धीरे नई कप्तानी की संभावनाओं को तलाश रही है। विराट कोहली और रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में भारतीय क्रिकेट को नए नेताओं की तलाश है। श्रेयस अय्यर के प्रदर्शन पर पूरी दुनिया की नजरें होंगी।
क्रिकेट जगत की प्रतिक्रियाएं
श्रेयस अय्यर को कप्तान बनाए जाने पर पूर्व क्रिकेटरों और विश्लेषकों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। कई दिग्गजों का मानना है कि अय्यर भारतीय टीम को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं। वहीं, कुछ विशेषज्ञों ने यह भी कहा है कि इतनी बड़ी जिम्मेदारी निभाना उनके लिए एक बड़ी परीक्षा होगी।
श्रेयस अय्यर के हाथों में कप्तानी सौंपकर बीसीसीआई ने भविष्य की ओर बड़ा कदम उठाया है। अब देखना यह होगा कि ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम के खिलाफ अय्यर किस तरह से अपनी रणनीति और नेतृत्व कौशल का प्रदर्शन करते हैं। यह सीरीज न केवल टीम इंडिया बल्कि श्रेयस अय्यर के करियर के लिए भी मील का पत्थर साबित हो सकती है।