
अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश) – अलीगढ़ में राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। एक तेज रफ्तार कार का टायर फटने के बाद वह अनियंत्रित होकर डिवाइडर तोड़ते हुए सामने से आ रहे कैंटर से भिड़ गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार में आग लग गई और उसमें सवार मासूम बच्चे समेत पांच लोगों की मौके पर ही जिंदा जलकर मौत हो गई।
यह घटना अलीगढ़-हाथरस हाईवे पर हुई, जहां अचानक हुए हादसे ने राहगीरों और स्थानीय लोगों को हिला कर रख दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए और आग की लपटों ने कुछ ही मिनटों में पूरे वाहन को अपनी चपेट में ले लिया।
हादसे का सिलसिला कैसे शुरू हुआ
जानकारी के अनुसार, पीड़ित परिवार किसी रिश्तेदार के घर से लौट रहा था। जैसे ही कार हाईवे पर तेज रफ्तार से दौड़ रही थी, अचानक उसका अगला टायर फट गया। ड्राइवर के संभलने से पहले ही कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई और उछलकर दूसरी साइड आ गई। दूसरी ओर से आ रहे कैंटर से कार की सीधी भिड़ंत हो गई।
भीषण टक्कर के बाद कार का फ्यूल टैंक फट गया और आग लग गई। हादसा इतना भयानक था कि अंदर बैठे लोगों को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिला।
मासूम समेत 5 लोगों की मौके पर मौत
स्थानीय लोगों ने जब कार को आग की लपटों में घिरा देखा तो उन्होंने तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी। हालांकि आग इतनी तेज थी कि जब तक राहत और बचाव दल मौके पर पहुंचा, तब तक कार में सवार सभी पांच लोग जिंदा जल चुके थे। मृतकों में एक मासूम बच्चा भी शामिल है, जिसकी दर्दनाक मौत ने हर किसी की आंखें नम कर दीं।
घटनास्थल पर अफरा-तफरी
हादसे के बाद हाईवे पर लंबा जाम लग गया। राहगीर घटना स्थल के आसपास इकट्ठा हो गए और बचाव कार्य में सहयोग करने की कोशिश करने लगे, लेकिन आग की भीषणता के सामने सभी बेबस नजर आए। पुलिस ने किसी तरह ट्रैफिक को डायवर्ट किया और दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की शिनाख्त कर ली गई है और परिजनों को सूचना दे दी गई है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
हादसे के पीछे की वजहें
पुलिस और परिवहन विभाग की प्राथमिक जांच में पता चला है कि इस हादसे की मुख्य वजह कार का टायर फटना और तेज रफ्तार है। विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे सफर के दौरान गाड़ियों के टायरों की जांच करना बेहद जरूरी है। कई बार पुराने और घिसे टायर हाईवे पर तेज गति में फट जाते हैं, जिससे ऐसे हादसे होते हैं।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
जैसे ही मृतकों के घर पर हादसे की खबर पहुंची, पूरे परिवार में मातम छा गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव और इलाके में भी इस घटना को लेकर गम का माहौल है। लोगों का कहना है कि मासूम बच्चे की मौत ने इस हादसे को और भी ज्यादा दर्दनाक बना दिया है।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा एक बार फिर से सड़क सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है। अक्सर हाईवे पर तेज रफ्तार गाड़ियां चलाने और वाहन की समय-समय पर जांच न करने के कारण ऐसी घटनाएं सामने आती हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, गाड़ियों के टायर, ब्रेक और इंजन की कंडीशन की जांच करना बेहद जरूरी है, खासकर जब लंबी यात्रा पर निकला जाए।
प्रशासन ने की अपील
अलीगढ़ प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे वाहन चलाते समय सतर्कता बरतें और खासकर हाईवे पर स्पीड लिमिट का पालन करें। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी लंबी यात्रा से पहले गाड़ी की पूरी तरह से जांच करवाएं ताकि ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
अलीगढ़ हादसे ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि सड़क पर लापरवाही और वाहन की तकनीकी खराबी किस तरह इंसानी जिंदगी को चंद मिनटों में छीन सकती है। मासूम समेत पांच जिंदगियों का इस तरह जलकर खत्म हो जाना एक बेहद दर्दनाक घटना है। अब यह जरूरी है कि लोग सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करें और प्रशासन भी सख्ती से निगरानी रखे, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।