
देवघर, झारखंड। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक देन देवघर एम्स (AIIMS Deoghar) तक अब लोगों की पहुंच और आसान होने जा रही है। झारखंड सरकार ने हाईकोर्ट में हलफनामा दाखिल करते हुए जानकारी दी है कि देवघर एम्स तक बेहतर सड़क कनेक्टिविटी के लिए चार लेन सड़क (Four Lane Road) का निर्माण कराया जाएगा। यह परियोजना न केवल देवघर बल्कि संपूर्ण संथाल परगना के लिए एक बड़ी सौगात साबित होगी। वहीं, राजधानी रांची के पास स्थित रोहिणी क्षेत्र में जाम की समस्या से भी आम लोगों को राहत मिलने का रास्ता साफ हो गया है।
1. प्रधानमंत्री मोदी की सौगात – देवघर एम्स
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई 2022 में देवघर में एम्स (AIIMS) का उद्घाटन किया था। यह झारखंड के लोगों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था, क्योंकि इससे राज्य में उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार हुआ। अब मरीजों और उनके परिजनों को दिल्ली, पटना या कोलकाता जैसे शहरों की ओर भागना नहीं पड़ेगा। लेकिन एम्स तक पहुंचने वाली संकरी और जामग्रस्त सड़कों की वजह से लंबे समय से मांग उठ रही थी कि यहां चार लेन सड़क का निर्माण हो।
2. झारखंड सरकार का हलफनामा
इस मांग को देखते हुए झारखंड सरकार ने झारखंड हाईकोर्ट में दायर अपने हलफनामे में कहा है कि देवघर एम्स तक पहुंचने के लिए चार लेन सड़क परियोजना को हरी झंडी मिल चुकी है। सरकार ने अदालत को आश्वस्त किया कि यह सड़क निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होगा और इसे प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा।
3. देवघर और संथाल परगना को बड़ा लाभ
देवघर धार्मिक दृष्टि से तो पहले ही बेहद महत्वपूर्ण है। यहां बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर देशभर से लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। इसके अलावा अब एम्स और एयरपोर्ट की वजह से यह शहर मेडिकल और पर्यटन हब बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है। चार लेन सड़क बनने से मरीजों, तीर्थयात्रियों और पर्यटकों सभी को बेहतर और सुगम यात्रा सुविधा मिलेगी।
4. रोहिणी में जाम से मिलेगी राहत
सड़क चौड़ीकरण की योजना केवल देवघर तक सीमित नहीं है। सरकार ने हलफनामे में यह भी स्पष्ट किया कि रांची-हजारीबाग मार्ग के बीच रोहिणी क्षेत्र में जो लगातार जाम की समस्या होती है, उसे भी हल किया जाएगा। अक्सर राष्ट्रीय और स्थानीय वाहनों की भीड़ के कारण यहां घंटों लंबा जाम लग जाता है, जिससे आम जनता को काफी परेशानी होती है। अब चार लेन सड़क और वैकल्पिक मार्ग बनने से इस समस्या से भी निजात मिलेगी।
5. स्वास्थ्य सुविधाओं में ऐतिहासिक बदलाव
देवघर एम्स का निर्माण झारखंड के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यहां अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर, आईसीयू, सुपर स्पेशलिटी वार्ड और मेडिकल कॉलेज जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। चार लेन सड़क के निर्माण के बाद मरीज आसानी से यहां पहुंच सकेंगे। सड़क की गुणवत्ता और चौड़ाई बढ़ने से एंबुलेंस को भी तेज गति से मरीजों को लाने-ले जाने में सुविधा होगी।
6. रोजगार और विकास की संभावनाएं
इस परियोजना से न केवल यात्रा सुविधाएं बढ़ेंगी बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी खुलेंगे। सड़क निर्माण कार्य में बड़ी संख्या में मजदूरों, इंजीनियरों और तकनीकी स्टाफ की जरूरत होगी। इसके अलावा चार लेन सड़क बनने के बाद देवघर और आसपास के क्षेत्रों में होटल, रेस्टोरेंट, मेडिकल स्टोर्स, ट्रांसपोर्ट बिजनेस जैसे कारोबारों को भी बढ़ावा मिलेगा।
7. राजनीतिक महत्व
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार लगातार झारखंड को विकास की नई परियोजनाओं से जोड़ रही है। देवघर एम्स, एयरपोर्ट और अब चार लेन सड़क का निर्माण बीजेपी के लिए राजनीतिक रूप से भी अहम माना जा रहा है। दूसरी ओर राज्य की हेमंत सोरेन सरकार ने भी अदालत में यह कदम उठाकर अपनी गंभीरता दिखाई है। इससे विकास कार्यों को गति मिलने की संभावना है।
8. जनता की उम्मीदें
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सड़क बनने से न केवल मरीजों बल्कि पूरे इलाके के लोगों को सुविधा होगी। कई ग्रामीण क्षेत्रों से देवघर एम्स तक पहुंचने में 3-4 घंटे लग जाते हैं, जबकि सड़क चौड़ी होने से समय की बचत होगी। व्यापारी वर्ग भी इस कदम का स्वागत कर रहा है, क्योंकि यातायात सुगम होने से व्यापार को नई रफ्तार मिलेगी।
9. अदालत की निगरानी
झारखंड हाईकोर्ट ने इस मामले में सरकार से जवाब मांगा था कि देवघर एम्स तक सड़क की स्थिति कब सुधरेगी। अब सरकार के हलफनामे के बाद अदालत ने स्पष्ट किया कि कार्य में देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और तय समय सीमा में निर्माण पूरा होना चाहिए।
10. भविष्य की दिशा
चार लेन सड़क परियोजना पूरा होने के बाद देवघर एम्स का महत्व और बढ़ जाएगा। साथ ही झारखंड का संपूर्ण स्वास्थ्य ढांचा और मजबूत होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रोजेक्ट झारखंड के मेडिकल टूरिज्म को भी बढ़ावा देगा और आने वाले समय में यहां बिहार, बंगाल और ओडिशा से भी बड़ी संख्या में लोग इलाज कराने आएंगे।
देवघर एम्स के लिए चार लेन सड़क का निर्माण प्रधानमंत्री मोदी की ऐतिहासिक देन और झारखंड सरकार की सक्रियता का परिणाम है। इससे स्वास्थ्य, पर्यटन और आर्थिक विकास को नई दिशा मिलेगी। साथ ही रांची-रोहिणी में जाम की समस्या खत्म होने से आम जनता को भी राहत मिलेगी। यह प्रोजेक्ट वास्तव में झारखंड की प्रगति की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।