
हड्डियों का स्वस्थ और मजबूत रहना शरीर के लिए बेहद जरूरी है। उम्र बढ़ने, गलत खानपान, धूप की कमी या कैल्शियम की कमी के कारण हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। ऐसी स्थिति में अक्सर लोगों को जोड़ों में दर्द, चलने-फिरने में परेशानी या जल्दी फ्रैक्चर होने की समस्या का सामना करना पड़ता है। इन समस्याओं से बचने के लिए विटामिन डी बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यही कारण है कि डॉक्टर अक्सर हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए विटामिन डी सप्लीमेंट्स लेने की सलाह देते हैं। लेकिन इन्हें सही तरीके से लेना भी उतना ही जरूरी है, ताकि शरीर को पूरा लाभ मिल सके।
विटामिन डी क्यों है जरूरी
विटामिन डी शरीर में कैल्शियम और फॉस्फोरस के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। ये दोनों मिनरल्स हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं। अगर शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाए, तो कैल्शियम सही से अवशोषित नहीं हो पाता और हड्डियां धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं। यही कारण है कि बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी को पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी की जरूरत होती है।
विटामिन डी सप्लीमेंट्स लेने का सही तरीका
1. विटामिन डी सप्लीमेंट्स हमेशा डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही लेना चाहिए।
2. इन्हें खाने के तुरंत बाद लेने पर शरीर बेहतर तरीके से इन्हें अवशोषित कर पाता है, खासकर तब जब भोजन में हेल्दी फैट मौजूद हो।
3. सुबह के समय धूप लेने के साथ-साथ अगर सप्लीमेंट्स लिए जाएं, तो उनका असर और बेहतर होता है।
4. कैल्शियम और विटामिन डी सप्लीमेंट्स को एक साथ लिया जा सकता है, क्योंकि दोनों मिलकर हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
5. जरूरत से ज्यादा मात्रा में सप्लीमेंट्स लेने से बचें, क्योंकि ओवरडोज से उल्टी, कमजोरी, किडनी पर असर और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
किन लोगों को विटामिन डी की ज्यादा जरूरत होती है
वे लोग जो ज्यादा समय घर या ऑफिस में रहते हैं और धूप नहीं ले पाते।
बुजुर्ग जिनकी हड्डियां उम्र के कारण कमजोर हो जाती हैं।
महिलाएं, खासकर गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताएं।
बच्चे जिनका शारीरिक विकास हो रहा है।
वे लोग जिन्हें बार-बार हड्डियों में दर्द या थकान की शिकायत रहती है।
विटामिन डी के प्राकृतिक स्रोत
सप्लीमेंट्स के अलावा विटामिन डी प्राकृतिक रूप से भी मिल सकता है। सुबह की धूप सबसे बड़ा स्रोत है। इसके अलावा अंडे की जर्दी, दूध, पनीर, दही, मशरूम और मछली में भी विटामिन डी पाया जाता है।
यह जानकारी सामान्य स्वास्थ्य जागरूकता के उद्देश्य से दी गई है। विटामिन डी सप्लीमेंट्स का सेवन करने से पहले हमेशा डॉक्टर या योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ की सलाह लें। अपनी स्वास्थ्य स्थिति और आवश्यकता के अनुसार ही सप्लीमेंट्स का प्रयोग करें।