
भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि उनका राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं है। हाल के दिनों में उनके नाम को लेकर चल रही चर्चाओं पर उन्होंने स्पष्ट कहा कि न तो उन्होंने चुनाव लड़ने की घोषणा की थी और न ही ऐसा कोई प्लान है। पवन सिंह ने अपने फैंस से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की और कहा कि वे हमेशा दर्शकों के साथ हैं, राजनीति में नहीं।
भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार पवन सिंह पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक चर्चाओं में बने हुए थे। सोशल मीडिया पर यह खबर तेजी से फैल रही थी कि पवन सिंह आगामी विधानसभा चुनाव में किसी पार्टी से टिकट लेकर मैदान में उतर सकते हैं। लेकिन अब खुद पवन सिंह ने इन सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने कहा,
“मैं न चुनाव लड़ने आया था, न लड़ने का कोई इरादा है। मैं हमेशा अपने दर्शकों और चाहने वालों के लिए गाना गाता रहूंगा। अफवाहों पर ध्यान न दें।”
उनके इस बयान के बाद फैंस में राहत की लहर दौड़ गई है। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि उन्हें गर्व है कि पवन सिंह अपने काम और कला को ही प्राथमिकता दे रहे हैं।
सोशल मीडिया पर चर्चा तेज
पिछले हफ्ते से सोशल मीडिया पर यह खबर चल रही थी कि पवन सिंह किसी राजनीतिक दल से जुड़ सकते हैं। कुछ यूजर्स ने तो यह दावा भी किया कि वे आगामी चुनाव में बिहार या उत्तर प्रदेश की किसी सीट से उम्मीदवार बनने जा रहे हैं।
हालांकि, अब पवन सिंह ने खुद इन खबरों को झूठा बताया और कहा कि उनका ध्यान फिलहाल सिर्फ फिल्मों, संगीत और अपने फैंस पर है।
उनका कहना है कि वे जनता की भावनाओं का सम्मान करते हैं, लेकिन राजनीति में आने का कोई सवाल ही नहीं उठता।
फैंस ने जताया समर्थन
पवन सिंह के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनके समर्थकों की प्रतिक्रियाएं लगातार सामने आ रही हैं। ट्विटर (अब X), फेसबुक और इंस्टाग्राम पर उनके फैंस ने लिखा—
“हमारे हीरो फिल्मों में ही सबसे अच्छे लगते हैं, राजनीति उनके लिए नहीं।”
“पवन सिंह हमेशा जनता के दिलों के नेता रहेंगे, भले ही राजनीति में न जाएं।”
कुछ यूर्स ने यह भी लिखा कि कलाकारों को राजनीति में नहीं जाना चाहिए क्योंकि वे पहले से ही समाज को अपनी कला के माध्यम से जोड़ते हैं।
बिहार की राजनीति और स्टार पावर
बिहार में हमेशा से फिल्म जगत के लोगों का राजनीति में आना एक चर्चित विषय रहा है। शत्रुघ्न सिन्हा, रवि किशन और मनोज तिवारी जैसे कलाकार पहले ही राजनीति में सक्रिय हैं। ऐसे में जब पवन सिंह का नाम राजनीतिक चर्चाओं में आया, तो लोगों की दिलचस्पी बढ़ गई थी।
लेकिन अब पवन सिंह के बयान के बाद यह साफ हो गया है कि वे राजनीति की राह नहीं, बल्कि फिल्मी दुनिया में ही रहना चाहते हैं।
पवन सिंह की व्यस्त दिनचर्या
फिल्मों और संगीत की दुनिया में पवन सिंह इस समय बेहद व्यस्त हैं। उनकी आने वाली कई फिल्में रिलीज के लिए तैयार हैं, जिनमें “हर हर गंगे 2”, “भाईजी बने नेता” और कुछ अन्य प्रोजेक्ट्स शामिल हैं।
इसके अलावा वे अपने नए भोजपुरी एलबम पर भी काम कर रहे हैं। पवन सिंह ने कहा कि उनका पूरा ध्यान फिलहाल अपने फैंस का मनोरंजन करने पर है।
उन्होंने कहा,
मैं अपने दर्शकों से वादा करता हूं कि आगे भी वही करूंगा जो मुझे यहां तक लाया है – गाना और अभिनय।
जन सुराज यात्रा के दौरान चर्चा
हाल ही में जन सुराज यात्रा के दौरान जब प्रशांत किशोर ने पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह से मुलाकात की, तब से राजनीतिक चर्चाएं और तेज हो गई थीं।
लोगों ने यह मान लिया था कि शायद यह मुलाकात किसी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है। लेकिन पवन सिंह ने इस पर कहा कि उनकी पारिवारिक बातें राजनीति से जुड़ी नहीं हैं, और उनका उस दिशा में कोई कदम नहीं है।
राजनीति से दूरी पर कायम पवन सिंह
पवन सिंह ने यह भी कहा कि वे राजनीति से दूरी बनाए रखेंगे और अपने फैंस के लिए अच्छे कंटेंट लेकर आते रहेंगे।
उन्होंने कहा,
“मेरे लिए जनता ही भगवान है, और मैं जनता की सेवा अपने गीतों और फिल्मों से करता रहूंगा।”
उनके इस बयान से यह साफ है कि वे फिल्म इंडस्ट्री को ही अपना मंच मानते हैं और यहीं से लोगों तक अपनी बात पहुंचाना चाहते हैं।
फिल्म इंडस्ट्री के सहयोगियों की प्रतिक्रिया
भोजपुरी फिल्म जगत के कई कलाकारों ने पवन सिंह के बयान का समर्थन किया है। अभिनेत्री अक्षरा सिंह, काजल राघवानी और रानी चटर्जी ने सोशल मीडिया पर उनके लिए शुभकामनाएं दी हैं।
उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि पवन सिंह का फोकस उनकी कला पर होना इंडस्ट्री के लिए अच्छा संकेत है।
भोजपुरी सिनेमा के स्टार पवन सिंह ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वे जनता के दिलों के हीरो हैं। अफवाहों और अटकलों के दौर में भी उन्होंने संयम और स्पष्टता से अपने विचार रखे हैं।
उनका कहना कि “न चुनाव लड़ने आया था, न लड़ने का इरादा है” न सिर्फ एक बयान है, बल्कि यह दर्शाता है कि वे अपने पेशे और दर्शकों के प्रति कितने समर्पित हैं।